हिमाचल में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन पर संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऊना की स्वास्थ्य कार्यकर्ता कर्मो देवी से बात की। महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता कर्मो देवी ने जिला ऊना का नाम कर्मयोगी बहनों के नाम कर दिया है। अब कर्मो देवी भी कर्मयोगी के नाम से विख्यात होंगी। यह नामकरण उन्हें किसी और ने नहीं बल्कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया है। कर्मो देवी ने 22 हजार से ज्यादा लोगों का टीकाकरण कर यह साबित कर दिया है कि देश एवं प्रदेश हित की लड़ाई किसी भी स्तर की हो, महिलाएं हमेशा अग्रणी रही हैं।
सोमवार को हुए संवाद कार्यक्रम में ठीक साढे़ 11 बजे के करीब महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता कर्मो देवी का नाम जैसे
ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया, उन्होंने सीधे पहली बात यही कही कि मैंने सुना है आपने अकेले ही 22 हजार टीके लगा दिए हैं, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। मोदी ने कहा क्या आपको वह दिन याद है जब पहला टीका लगाया था।
जवाब में कर्मो देवी ने कहा सर मैंने 22500 टीके लगाए हैं। ये टीम के सहयोग से लगाए हैं और छुट्टी वाले दिन भी टीकाकरण किया गया है, ताकि महामारी पर विजय प्राप्त कर सकें। कर्मो देवी ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया कि समय-समय प्रदेश में वैक्सीन सप्लाई केंद्र सरकार की ओर से पहुंचती रही। कर्मो देवी ने मांग की कि भविष्य में भी वैक्सीन की सप्लाई आती रहे तो नवंबर तक स्वास्थ्य विभाग दूसरी डोज देने में भी अव्वल बनेगा जिसके बाद आपसे से फिर बात करने का मौका प्राप्त होगा।
प्रधानमंत्री ने पूछा पांव में फ्रेक्चर फिर भी काम किया
पीएम मोदी ने जब पूछा कि पांव में फ्रेक्चर होने पर भी काम किया, क्या आराम करने का मन नहीं किया। कर्मो देवी ने कहा चार जुलाई को पांव में फ्रेक्चर हो गया था। पांच जुलाई को फिर भी ड्यूटी पर थी। ड्यूटी के बाद पांव में काफी सोजिश भी हो गई थी। डाक्टर ने चार सप्ताह विश्राम के लिए बोला लेकिन ड्यूटी के जज्बे ने आठ दिन बाद वापस काम पर महामारी से लड़ाई में झोंकने पर मजबूर कर दिया। पूरे वैक्सीन अभियान में सेहत की विपरीत परिस्थितियों में भी परिवार का पूरा साथ मिला और उन्होंने स्वयं इस अभियान के लिए प्रेरित किया। अब लगातार वैक्सीन कार्य कर रही हूं।
सही मायनों में कर्मयोगी हैं बहनें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्मो देवी की सेवा भाव को देखते हुए ऐसी महिलाओं को सही मायनों में कर्मयोगी की संज्ञा दी। कहा कि आप जैसी बहनों के कारण ही सही मायनों में टीकाकरण कार्य सफल हो रहा है और शत प्रतिशत हुआ है।