हूती विद्रोहियों ने अबू धाबी के एयरपोर्ट पर और अमीरात स्थित बराकाह न्यूक्लियर पावर प्लांट पर पहले हो चुके हमलों को अंजाम देने का भी दावा किया था. लेकिन यूएई के अधिकारियों ने इसे खारिज कर दिया.
दुबई: अबू धाबी एयरपोर्ट पर तेल के तीन टैंकरों में ड्रोन की मदद से धमाके किए गए हैं जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत की खबर है. इस ब्लास्ट में 6 लोग घायल बताए जा रहे हैं. मरने वालों में दो भारतीय समेत एक पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल है.
एयरपोर्ट पर हुआ धमाका
संयुक्त अरब अमीरात के मुख्य एयरपोर्ट पर इससे पहले आग लगने की घटना सामने आई थी. अबू धाबी पुलिस ने घटना को मामूली बताते हुए कहा कि यह आग शहर के एयरपोर्ट के एक एक्टेंशन बोर्ड पर लगी, जो निर्माणाधीन है.
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बयान में अबू धाबी की सरकारी तेल कंपनी एडीएनओसी के एक स्टोरेज के पास तीन पेट्रोलियम टैंकरों में विस्फोट की एक अलग घटना की भी जानकारी दी है. अबू धाबी पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में छोटी-छोटी उड़ने वाली वस्तुओं के दोनों इलाकों में गिरने का पता चला है. इनसे विस्फोट और आग की घटना को अंजाम दिया गया हो सकता है.
हूती विद्रोहियों ने ली जिम्मेदारी
इस बीच, यमन के हूती विद्रोहियों ने संयुक्त अरब अमीरात में हमला करने का दावा किया है. यूएई और यमन के बीच 2015 से संघर्ष चल रहा है. यमन में अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त सरकार को सत्ता से बेदखल किये जाने के बाद ईरान समर्थित हूतियों के खिलाफ हमला छेड़ने वाले सऊदी नीत गठबंधन में यूएई अहम सदस्य था. हूती के सैन्य प्रवक्ता याहिया सरेई ने कहा कि उनके गुट ने यूएई में अंदर तक हमला किया है. सरेई ने ज्यादा जानकारी नहीं देते हुए कहा कि जल्द ही एक बयान जारी किया जाएगा.
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ये धमाके ऐसे समय में हुए हैं जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ-इन यूएई के दौरे पर हैं. संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के साथ मून की मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने यूएई को सतह से हवा में प्रहार करने वाली मध्यम दूरी की दक्षिण कोरियाई मिसाइलों की बिक्री के लिए करीब 3.5 अरब डॉलर का समझौता किया.