अलवर. टाइमपास कहे जाने वाले भूंगड़े अब अलवर शहर की गली मोहल्लों में बिकते नजर आ रहे हैं. जहां पर आपको नागौर के भूंगड़े घर बैठे हुए मिल जाएंगे. इसके लिए नागौर से आए एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर कट्टे लगाकर नागौर के भूगड़े बेचते हुए नजर आ रहे हैं. शहर में इसके शौकीनों की भी कमी नहीं है. इसलिए शहर के बाजार में इसकी दुकानों पर भी लोग इन्हें खरीदते हुए दिखाई पड़ते हैं.
ये भी पढ़ें– बैंक ऑफ बड़ौदा ने रिटेल टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर 0.25 फीसदी बढ़ाई, चेक करें दरें
नागौर से आए सुरेश ने बताया की यह काम वह 12 साल से कर रहे हैं. जिसमें वह नागौर से भूंगड़े लेकर आते हैं शहर में बेचते हैं. उन्होंने बताया कि अलवर शहर में उन्हें इसे बेचने में ज्यादा परेशानियां भी नहीं आ रही. मैं अपनी मोटरसाइकिल पर कट्टे लगाकर इन्हें बेचने के लिए शहर के गली मोहल्ले में निकलता हूं. इसे खाने के शौकीन लोग 2 से 3 किलो एक साथ लेकर रख लेते हैं.
सेहत के लिए फायदेमंद
यह सेहत के लिए भी लाभदायक हैं. विशेषज्ञों के अनुसार चना न केवल वजन को कम करने में मदद करता है, साथ ही यह तमाम स्वास्थ्य लाभ वाले गुणों से भी भरा होता है. सुरेश ने बताया वे सुबह 9 से अपनी मोटरसाइकिल लेकर अलवर शहर में निकलते शाम होते होते सारे भूंगड़े खत्म हो जाते हैं. वे शहर वासियों को 100 रुपये किलो भूगडे देते हैं.
स्वाद भी लाजवाब
शहर के स्टेशन रोड निवासी मदन सैनी ने बताया कि सुरेश के भूंगड़े ताजे व खिले खिले से नजर आते हैं और इसलिए लोग इन्हें लेते हैं. खिले हुए चने होने के कारण ही मैं इन्हें खरीद रहा हूं. बाजार जाकर भी खरीदना है और नागौर के प्रसिद्ध अगर घर बैठे मिल जाए तो क्या बात है.