पाकिस्तान दुनिया में आतंकियों का गढ़ है, इसलिए जब दुनिया के किसी देश को लड़ाकों की जरूरत होती है तो वह पाकिस्तान की ओर देखता है. जहां भारत से इंजीनियर-डॉक्टर विदेशों में जाते हैं, उसी तरह पाकिस्तान में तैयार हुए आतंकी और लड़ाके दूसरे देशों में जाते हैं. यह बात एक बार फिर सही साबित हुई है. जब खुफिया जांच एजेंसियों को यह एक बड़ा इनपुट मिला है की पाक ISI ने 2 दर्जन से ज़्यादा अफ़ग़ान मुजाहिदीनों को हायर किया है. विश्व समुदाय आतंकी फंडिंग जारी रहने को लेकर अपनी चिंता बार-बार व्यक्त कर रहा है लेकिन सच्चाई यह है कि उस पर लगाम लगती नहीं दिखती. यह लगाम तब तक लगने वाली भी नहीं जब तक पाकिस्तान को चीन की मदद मिलती रहेगी और इन दोनों देशों को दंडित करने से बचा जाता रहेगा.
चीन की गंदी नजर भारत पर है और इसका खुलासा जम्मू-कश्मीर के उप जिला सोपोर के इलाके से जुड़े एक बड़े इनपुट से हुआ ह. ऐसे में कहा जा सकता है कि चीन पाकिस्तान की ISI की मदद से आतंकवादियों की मदद कर रहा है जिससे वो भारत को दहलाना चाहता है. इस इनपुट के आधार पर यह कहा जा सकता है की आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे मे खुफिया जांच एजेंसियों के सूत्र से जानकारी मिली है. प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के सदस्य हाइब्रिड आतंकवादी और ओजीडब्ल्यू के रूप में काम कर रहे है और सोपोर क्षेत्र और उसके आसपास क्षेत्रों में आतंकवादियों के स्लीपर्स सेल्स की मौजूदगी की सूचना मिली है.
इसका सीधा मतलब है कि भारत के लिए खतरा बढ़ने वाला है. इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती कि कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के पास कुछ वैसे हथियार और उपकरण पहुंच गए हैं जो आतंकियों ने अफगानिस्तान में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों से हासिल किए थे. साफ है कि इन हथियारों और उपकरणों को कश्मीर में सक्रिय आतंकियों तक पहुंचाने का काम पाकिस्तान के जरिये किया जा रहा है. भले ही पाकिस्तान में सत्ता बदल गई हो, लेकिन इसके कहीं कोई संकेत नहीं कि भारत के प्रति उसके रवैये में कोई बदलाव आया है. इसका प्रमाण पाकिस्तान से कश्मीर में होने वाली आतंकियों की घुसपैठ से भी मिलता है और घाटी में कश्मीरी हिंदुओं के साथ दूसरे प्रांतों के लोगों को खास तौर पर निशाना बनाने की बढ़ती घटनाओं से भी यह प्रमाण मिल रहा है.
चूंकि इस पर प्रभावी लगाम लगती नहीं दिख रही है, इसलिए इस नतीजे पर पहुंचने के अलावा और कोई उपाय नहीं कि पाकिस्तान में आतंकियों के दुस्साहस का दमन नहीं हो पा रहा है. पाकिस्तान जिस तरह भारत के लिए खतरा बने आतंकी संगठनों को पोषित करने में लगा है, उस पर भारत को गंभीरता से ध्यान देना होगा, विश्व समुदाय आतंकी फंडिंग जारी रहने को लेकर अपनी चिंता बार-बार व्यक्त कर रहा है, लेकिन सच्चाई यह है कि उस पर लगाम लगती नहीं दिखती. यह लगाम तब तक लगने वाली भी नहीं जब तक पाकिस्तान को दंडित करने से बचा जाता रहेगा. यह ठीक नहीं कि आतंकवाद को पालने-पोसने में जुटे पाकिस्तान और उसकी मदद करने वाले चीन के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं की जा रही है,
आपको बतां दे कि खुफिया जांच एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी भारत को दहलाने के लिए एक बड़ी साजिश रच रहे है. ख़ुफ़िया जांच एजेंसियों के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत की ओर से देश में खासकर जम्मू कश्मीर और पंजाब के इलाकों में हमारी सुरक्षा एजेंसियों और सेना द्वारा की गई कड़ी करवाई के चलते लोकल टेररिस्ट यानी भारत के अंदर बसे आतंकवादियों पर लगाम लगाई गई है. जिससे लोकल टेररिस्ट या तो मारे गए है या फिर बिल्कुल शांत हो गए है और इसीलिए अब चीन की मदद से 2 दर्जन से आई एस आई ने अफ़ग़ान मुजाहिदिनों को हायर यानी पैसे देकर फॉरेन टेररोरिस्टों के एक बड़े दल को तैयार किया गया है जो कि भारत में दहशत फैलाने के लिए तैयार है.
सूत्रों के मुताबिक 2 दर्जन से ज़्यादा अफ़ग़ान मुजाहिदीन अफ़ग़ानिस्तान से भारत के सरहदों पर पहुंचे है. चीन इसमें सीधे अपनी संलिप्ता न दिखाए इसके लिए उसके मददगार देशों ने उसे पीछे रहने को कहा है और इसीलिए चीन से आर्थिक मदद ले पाक ISI इसमें सारे आतंकी ऑपरेशन खुद से हैंडल कर रहा है. इतना ही नही खुफिया जांच एजेंसियों के पास यह भी इनपुट है पाक अधिकृत कश्मीर में चीन की एक इन्फेंट्री की भी मौजूद भी है.
आपको बता दें कि अफ़ग़ान मुजाहिदीन पूरी तरह से ट्रेन है और इन्हें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी पूरी ट्रेनिंग दी गई है यह पूरी तरह से ख़तरनाक हथियारों से लैस है और घाटी के सोपोर अलग-अलग ग्रामीण इलाके में इनको रखने की तैयारी आतंकियों के स्लीपर सेल द्वारा की गई है. जैसे ही घाटी में बर्फ कब होगी यह सब अपने-अपने ऑपरेशंस में जुट जाएंगे.
यह मल्टीपल अटैक कर सकते हैं और भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में दहशत फैला सकते हैं जिसका पूरा ब्लूप्रिंट एएसआई ने तैयार किया है. भारत के लिए एक बड़ा खतरा बनते नज़र आ रहे हैं अफगान मुजाहिदीन और पाक अधिकृत कश्मीर में चीन की इन्फेंट्री की मौजूदगी. खुफिया जांच एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक सोपोर क्षेत्र में आतंकियों के स्लीपर सेल्स पूरी तरह एक्टिव है और वह अफगान मुजाहिदीनो को मदद करने और उन्हें वहां सेटल करने की पूरी तैयारी करके बैठे हैं. इस इनपुट के बाद खुफिया जांच एजेंसियां और सुरक्षा एजेंसियां पूरे अलर्ट पर हैं और इन्हें रोकने की तैयारी में जुटी हुई है तांकि यह आतंकवादी किसी बड़ी घटना को देश में अंजाम न दे पाएं.
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