जम्मू-कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के दूरदराज के क्षेत्रों में कोविड वैक्सीन सहित अन्य वैक्सीन पहुंचाने के लिए ड्रोन का सहारा लिया जाएगा। इसके लिए आज यानि शनिवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह के समक्ष इसका ट्रायल शुरू हुआ।
ट्रायल के दौरान आइआइआइएम जम्मू से मढ़ के लिए ड्रोन वैक्सीन लेकर रवाना हुआ। यह ड्रोन 20 किलोग्राम तक भार उठाने में सक्षम है।इस ड्रोन की गति 36 किलोमीटर प्रति घंटा है।करीब 300 मीटर की ऊंचाई पर ड्रोन उड़ रहा है और 18 मिनट में मढ़ पहुंच जाएगा।
ट्रायल के दौरान भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा सहित इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मेडिसन के अधिकारी भी मौजूद थे।यहां यह बता दें कि अभी तक कर्मचारी ही प्रदेश के दूरदराज और पहाड़ी क्षेत्रों में वैक्सीन लेकर जाते थे लेकिन अब भविष्य में ड्रोन की मदद से वैक्सीन भेजी जाएगी ताकि समय की बचत हाे सके और सभी को वैक्सीन लगाना संभव हो सके।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश के दूरदराज व पहाड़ी क्षेत्रों के लोग स्थानीय दिक्कतों के कारण टीकाकरण करवाने में असक्षम रहते हैं। ऐसे में वैक्सीन जब ड्रोन के माध्यम से उनके द्वार पर पहुंच जाएगी तो इससे उनमें टीकाकरण करना सरल हो जाएगा। कुछ ही मिनटों के उपरांत ड्रोन का ट्रॉयल सफल रहा। ड्रोन सफलतापूर्वक मढ़ अस्पताल में सुरक्षित लैंड कर गया है।