Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में रोपवे ट्रॉली में तकनीकी खराबी आने की वजह से 11 पयर्टक हवा में फंस गए थे. लगभग तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में रोपवे ट्रॉली में तकनीकी खराबी आने की वजह से 11 पयर्टक हवा में फंस गए थे. लगभग तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया. हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन के प्रमुख सचिव ओंकार चंद शर्मा के हवाले से न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि फंसे हुए सभी 11 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. घटना की सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था. परवाणू टिम्बर ट्रेल पर बीच हवा में फंसी पर्यटकों से भरी केबल कार ट्रॉली हवा में ही फंस गई थी. 11 पर्यटकों में से चार महिलाएं और दो बुजुर्ग भी शामिल थे.
परवाणू के डीएसपी प्रणव चौहान ने बताया कि परवाणू में मौजूद टिम्बर ट्रेल रोपवे (केबल कार) बीच हवा में फंस गई. रोपवे में पर्यटकों के साथ केबल कार ट्रॉली भी फंसी हुई है. केबल कार सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ है. फिलहाल बचाव कार्य जारी है.
मई में मध्य प्रदेश में भी हुआ था हादसा
इससे पहले पिछले महीने मई में मध्य प्रदेश में शारदा शक्तिपीठ मैहर देवी में रोपवे की सात ट्रॉलियां 40 मिनट का हवा में लटकी रहीं. टॉलियों में 28 श्रद्धालु सवार थे. काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर श्रद्धालुओं को बचाया गया था. इस हादसे से लोग काफी डर गए थे.
अप्रैल में देवघर में हुआ था बड़ा हादसा
अप्रैल महीने में झारखंड के देवघर जिले में त्रिकुट पर्वत पर भी रोपवे हादसा हुआ था. 46 घंटे तक चले बचाव अभियान में 46 लोगों को बचाया जा सका. रोपवे ट्रॉली में 48 लोग फंसे थे. जिनमें से दो की मौत हो गई थी. देवघर के एसपी ने बताया था कि त्रिकुट पहाड़ पर रोपवे की तार हुक से उतर गई थी. इससे रोपवे की ट्रॉलियां नीचे की ओर झुक गई थी. इसकी वजह से दो ट्रॉलियां पत्थर से टकरा गई थी.