गाउट का इलाज करने के लिए कुछ लोगों को दवा की जरूरत होती है, लेकिन डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव भी मदद कर सकते हैं. अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करना चाहते हैं, तो प्राकृतिक तरीके भी हैं.
यूरिक एसिड ब्लड में पाया जाने वाला एक केमिकल है जो शरीर में प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है. शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने से विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दे हो सकते हैं. इसलिए यूरिक एसिड को काबू करना बहुत जरूरी हो जाता है. एक बार उसके बेकाबू होने से ये गाउट का कारण बन सकता है. गाउट पैरों को आम तौर पर प्रभावित करता है. उसके लक्षणों में पैर के जोड़ों में सूजन के साथ जोड़ों में दर्द महसूस होना है. जोड़ों में जब छोटे क्रिस्टल जमा होने लगते हैं और यूरीन के जरिए बाहर नहीं निकल पाते हैं, तब समस्याओं की शुरुआत होती है. यूरिक एसिड के लेवल को कम करने का सबसे अच्छा तरीका संतुलित डाइट है.
यूरिक एसिड लेवल कम करने के प्राकृतिक उपाय
बथुआ का पानी- बथुआ की पत्तियों से जूस निकालें और उसे खाली पेट इस्तेमाल करें. इस जूस को पीने के बाद दो घंटों तक कुछ नहीं खाएं. एक सप्ताह तक आप इसी तरह करने से अंतर साफ दिखाई देगा.
जैतून का तेल- किचन के लिए बराबर जैतून के तेल का इस्तेमाल करें. उसमें विटामिन ई और दूसरे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो यूरिक एसिड को कम करने में मददगार होती है.
सेब का सिरका- एक ग्लास पानी में दो कतरा सेब के सिरका को मिलाएं और दिन में दो बार उसे पिएं. अगर अच्छा नतीजा पाना चाहते हैं, तो उसका इस्तेमाल दो सप्ताह तक लगातार करते रहें.
कच्चा पपीता- कच्चा पपीता को काटकर उसे दो लीटर पानी में पांच मिनट तक उबालें, फिर उसे फिल्टर करें और ठंडा होने दें. उसके बाद एक दिन में दो से तीन बार तक पिएं.
डाइट- हरी सब्जियां, फल, अंडे, कॉफी, ग्रीन टी, साबुत अनाज, ब्राउन राइस, जवार, मेवा को खाएं जबकि दही, मांस, मछली, सोया दूध, दाल चावल को रात में इस्तेमाल करने से बचें.
आंवला- एलोवेरा के साथ आंवला जूस का मिश्रण तैयार करें और उसे पि जाएं लेकिन उसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं होना चाहिए.