Uttarakhand Assembly Elections: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने कल यानी मंगलवार को उत्तराखंड जाने का ऐलान किया है. इसके साथ उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी कल एक बेहद महत्वपूर्ण घोषणा करेगी, जोकि राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी.
देहरादून. उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election) होने वाले हैं और इसके लिए सभी राजनीतिक दिल रणनीति बनाने के साथ नई-नई घोषणाएं कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने कल यानी मंगलवार को उत्तराखंड जाने का ऐलान करके सियासी पारा बढ़ा दिया है. हालांकि इससे पहले वह 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने के साथ पुराने बिल माफ करने का ऐलान कर चुके हैं.
दिल्ली के सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ कल उत्तराखंड जा रहा हूं. आम आदमी पार्टी कल एक बेहद महत्वपूर्ण घोषणा करने जा रही है. उत्तराखंड की प्रगति और विकास के लिए ये घोषणा एक मील का पत्थर साबित होगी.’ कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिहाज से सीएम फेस का ऐलान कर सकती है.
जुलाई में किया था ये ऐलान
जुलाई में जब केजरीवाल उत्तराखंड पहुंचे थे, तब राज्य की जनता से उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड में आप की सरकार आई तो 300 यूनिट तक बिजली फ्री दी जाएगी. इसके अलावा पुराने बिजली बिल माफ करने की बात भी कही थी. यही नहीं, केजरीवाल के ऐलान के बाद आप की प्रदेश इकाई ने अपने 10 हजार कार्यकर्ताओं के जरिये घर घर जाकर ‘केजरीवाल मुफ्त बिजली गारंटी कार्ड’ बांटा है. सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में घरों तक आप पार्टी पहुंची और इस कार्ड के जरिये सबसे कहा कि मुफ्त बिजली के लिए ‘गारंटी कार्ड’ पाने के लिए रजिस्टर करें, क्योंकि आप अगर सत्ता में आई तो अपना वादा निभाएगी.
वैसे आप के उत्तराखंड प्रमुख एसएस कलेर बता चुके हैं कि केजरीवाल रणनीति के तहत हर महीने उत्तराखंड के दौरे पर आएंगे और हर बार कोई न कोई अहम ऐलान करेंगे. वैसे सीएम फेस के लिए सेना के रिटायर्ड कर्नल और आप के नेता अजय कोठियाल का नाम आगे चल रहा है. जबकि पिछले दिनों दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने इस तरह के संकेत दिए थे. इसके अलावा कलेर ने यह भी कहा था कि केजरीवाल हर महीने बड़े ऐलान करने वाले हैं, जो पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़े मुद्दों पर आधारित होंगे. वहीं, केजरीवाल के ऐलानों को भाजपा और कांग्रेस ने नकारते हुए सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी करार दिया है.