नई दिल्ली: आउटर दिल्ली पुलिस ने राजधानी दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा करते हुए 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें 8 महिला टेलिकॉलर भी शामिल हैं. इन सभी पर आरोप है कि यह एक नामी कंपनी के फोन को सस्ते दामों पर बेचने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे.
पुलिस के मुताबिक, जानकारी मिली थी कि एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है जिसमें लोगों के साथ ठगी की वारदात की जा रही है. इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापा मारा और मालिक समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पुलिस को पता चला यह कॉल सेंटर 2 महीने पहले ही शुरू हुआ था. कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड अजीत नाम का एक शख्स है जो कि हरियाणा के बहादुरगढ़ का रहने वाला है. छापेमारी के बाद पुलिस ने यहां से दो सीपीयू, एक लेपटाप, नौ मोबाइल फोन, एक मॉनिटर, एक सिम कार्ड सर्वर के साथ 32 सिम कार्ड, एक फोन, 20 रजिस्टर, राउटर, एक बार कोर्ड स्केनर और एक प्रिंटर समेत कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं.
ऐसे होती थी ठगी…
छापेमारी के बाद जब पुलिस की टीम ने इस फर्जी कॉल सेंटर के मालिक अजीत से पूछताछ की तो उसने खुलासा हुआ कि वह पहले एक कॉल सेंटर में काम करता था और करीब 2 महीने पहले ही उसने खुद का कॉल सेंटर खोलकर ठगी के धंधे का काम शुरू किया था. पूछताछ में अजीत ने बताया कि जिस मोबाइल की कीमत 20 हजार होती है उसे वह 5 हजार में देने का लालच देता था और जब कोई शख्स उसके झांसे में आ जाता था तब उसे ऑनलाइन भुगतान करने के लिए कहा जाता था. जैसे ही रकम खाते में ट्रांसफर होती थी उसके बाद उस शख्स को पैकेट में साबुन या कुछ और चीज रख कर भेज दी जाती थी. जब फोन खरीदने वाले शख्स को उसका फोन नहीं मिलता था तब वह कंपनी के दिए गए नंबर पर शिकायत करता था और उसके बाद फर्जी कॉल सेंटर कर्मचारी उससे सेटलमेंट करते थे. इस तरीके से उन लोगों ने सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया. पुलिस की माने तो यह रकम इतनी कम थी कि कुछ लोग शिकायत भी नहीं करते थे सबसे बड़ी बात यह कि फर्जी कॉल सेंटर के मालिक ने फर्जी पते पर डाकघर में अपनी फर्म को रजिस्टर करवाया हुआ था.