कमरों में नेचुरल लाइट आनी चाहिएवास्तुशास्त्र के अनुसार घर बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि हर कमरे या कम से कम हर बेडरूम में प्राकृतिक प्रकाश (सूर्य की रोशनी) जरूर पहुंचे. इस रोशनी साथ घर और आपके जीवन में पॉजिटिविटी का संचार होता है. घर में झगड़े या मन-मुटाव नहीं की स्थिति नहीं बनती. (प्रतीकात्मक फोटो- Shutterstock)
दीवार में दरार न होंवास्तु शास्त्र के अनुसार यदि उत्तर दिशा की किसी भी दीवार में दरार दिख रही है, तो तुरंत इसकी मरम्मत करा लें. माना जाता है कि ये दरारें अशुभ हो सकती है, यही नहीं टूटी दीवारें पारिवारिक कलह और लड़ाई-झगड़े का कारण भी बन सकती है. अगर घर में कलह बढ़े तो घर की उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए. (प्रतीकात्मक फोटो- Shutterstock)
झाड़ू को ध्यान से रखेंवास्तुशास्त्र के अनुसार मान्यता है कि घर में झाडुओं को आपस में उलाझा कर न रखें. इससे परिवार की महिलाओं की आपस में नहीं बनती है, आए दिन खट-पट रहती है. ऐसे में रविवार के दिन कंडे पर धी और गुड़ मिलाकर जलाएं, परिवार के माहौल में सुधार आएगा. (प्रतीकात्मक फोटो- Shutterstock
बेड को लेकर बड़ी बातवास्तु के अनुसार बेडरूम में मेटल से बना बेड रखने से बचना चाहिए. इससे नींद में खलल पड़ता ही है साथ ही लाइफ पार्टनर के बीच तनाव पैदा होता है. इसके अलावा घर में दो बेड और दो अलग-अलग गद्दा रखने से बचना चाहिए. (प्रतीकात्मक फोटो- Shutterstock)
इस दिशा में हो डाइनिंग रूमवास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में डाइनिंग रूम यानी खाने का कमरा पूर्व, उत्तर या दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाना चाहिए. मान्यता है कि इससे परिवार में सुख-शांति का वातवरण बना रहता है. (प्रतीकात्मक फोटो- Shutterstock)
मुरझाए हुए फूल घर में ना रखेंवास्तु के अनुसार अपने घर में फूलों को अवश्य स्थान दें, परंतु विशेष तौर पर इस बात का ख्य़ाल रखें कि घर में मुरझाएं हुए फूल बिल्कुल भी न रखें. इससे घर में नकारात्मकता बढ़ती है और रिश्तों में टकराव पैदा होता है. (प्रतीकात्मक फोटो- Shutterstock)(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.
Source :
