इसे केवाईसी/क्लाइंट्स वैक्सीनेशन स्टेटस या KYC-VS कहा जा रहा है. इसके जरिये जांच करने वाली एजेंसी इस बात का पता कर सकेगी कि किसी शख्स ने टीका लगवाया है या नहीं.
कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए लॉन्च किए गए वेब पोर्टल Co-WIN के लिए नया API ( Application programme interface ) डेवलप किया गया है. इसे केवाईसी/क्लाइंट्स वैक्सीनेशन स्टेटस या KYC-VS कहा जा रहा है. इसके जरिये जांच करने वाली एजेंसी इस बात का पता कर सकेगी कि किसी शख्स ने टीका लगवाया है या नहीं.
वैक्सीनेशन के प्रमाण के लिए फिलहाल CO-WIN की ओर से सर्टिफिकेट जारी किया जा रहा है. इसे डिजिटली जांचा जा सकता है. किसी भी डिजिटल डिवाइस ( स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि) या डिजिलॉकर पर इसे स्टोर किया जा सकता है मांगे जाने पर डिजिटली शेयर किया जा सकता है. मॉल, दफ्तर, कॉम्प्लेक्स या सार्वजनिक समारोहों में इसे फिजिकली या डिजिटली दिखाया जा सकता है.
इस तरह होगा API का इस्तेमाल
- पहले CO-WIN प्लेटफॉर्म पर अपना नाम और मोबाइल नंबर डालें
- इसके बाद आपके नंबर पर एक OTP आएगा
- OTP डालने पर CO-WIN वेरिफाइंग एंटीटी को शख्स का वैक्सीनेशन स्टेटस बता देगी
इसमें तीन स्टेटस होंगे
-व्यक्ति का टीकाकरण नहीं हुआ
-आंशिक टीकाकरण हुआ है
-पूरी तरह टीकाकरण हो चुका है
जवाब में डिजिटल हस्ताक्षर होंगे और इसे अलग-अलग विभागों के साथ साथ शेयर किया जा सकेगा. मंत्रालय के मुताबिक KYC-VS सहमति के आधार पर बनाया गया प्लेटफॉर्म है और इसमें प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखा जाएगा. इस सिस्टम से जल्दी इंटिग्रेशन और इसे तेजी से अपनाने के लिए Co-win टीम ने एपीआई के साथ एक वेबपेज बनाया है, जिसे किसी भी सिस्टम में एम्बेड किया जा सकता है.
इसे किसी भी सिस्टम के साथ बगैर किसी वेबपेज के साथ जोड़ा जा सकता है. कोविड के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होने से लेकर अब तक 72 हजार टीके लगाए जा चुके हैं. कोविड वैक्सीनेशन इस साल 16 जनवरी से शुरू हुआ था.