कुरुक्षेत्र, [विनीश गौड़]। हरियाणा के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से पास आउट हो चुके छात्रों के लिए अच्छी खबर है। हरियाणा सरकार अब उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है। इस जिम्मेदारी से वे लोगों को जीवन दान दे सकेंगे। कोरोना महामारी के दौरान अब ये छात्र आक्सीजन प्लांट का संचालन करेंगे। इसके लिए सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में पत्र भी जारी कर दिया गया है।
हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में लगाए गए पीएसए (प्रेशर स्विंग एड्जार्ब्शन टेक्नोलाजी) आक्सीजन प्लांट को आइटीआइ से पासआउट विद्यार्थी संभालेंगे। प्रदेश के 22 जिलों में स्थित 24 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से पासआउट विद्यार्थियों को आनलाइन प्रशिक्षण दिलाने के साथ-साथ सात दिन का आनसाइट प्रशिक्षण देने का कार्य भी पूरा किया जा चुका है। अब आने वाले समय में इन विद्यार्थियों की अप्रैंटिस इन संयंत्रों को चलाने और रखरखाव करने में लगाई जा सकती है, ताकि कोरोना काल में आक्सीजन की कमी न रहे। कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के प्लेसमेंट ज्वाइंट डायरेक्टर संजीव शर्मा ने प्रशिक्षण को लेकर पत्र जारी किया था।
पत्र के साथ जोड़ा गया था पीएसए आक्सीजन संयंत्र और श्वसन उपकरण के संचालन व रखरखाव का पाठ्यक्रम भी
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के पासआउट विद्यार्थियों के साथ-साथ मुख्य प्रशिक्षकों यानी इंस्ट्रक्टरों को भी आनसाइट प्रशिक्षण दिलाया गया है, ताकि किसी भी स्थिति में इन इंस्ट्रक्टरों की मदद भी ली जा सके। मई माह में हरियाणा के आठ जिलों में पीएसए आक्सीजन संयंत्र लगाने के आदेश दिए गए थे, जिसके बाद दूसरे जिलों में भी इन्हें लगाने के आदेश दिए गए। कुरुक्षेत्र जिले में भी आक्सीजन के तीन प्लांट लगाए जाने हैं, जिनका काम लगभग पूरा हो चुका है। जिले के मुख्य एलएनजेपी अस्पताल, पिहोवा सीएचसी और शाहाबाद सीएचसी में आक्सीजन प्लांट लगाने का काम पूरा किया जा चुका है।
विद्यार्थियों का प्रशिक्षण हुआ पूरा
एलएनजेपी अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी डा. गुरप्रीत ने बताया कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के पासआउट विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने का अभियान पूरा किया जा चुका है। प्रशिक्षण शिविर को उन्होंने भी आनलाइन ज्वाइन किया था। विद्यार्थियों को बारीकि से हर एक प्वाइंट को खुलकर समझाया गया है। आगामी जो भी उच्चाधिकारियों के आदेश होंगे उनकी अनुपालना की जाएगी।