नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) उत्तरकाशी में पौराणिक धरोहर और पौराणिक संस्कृति का अत्याधुनिक म्यूजियम तैयार हुए एक वर्ष से अधिक का समय हो चुका है। कोरोना संक्रमण के कारण इसका लोकार्पण अभी तक नहीं हो पाया। उम्मीद है कि जल्द ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इसका लोकार्पण करेंगे। इस म्यूजियम का उद्घाटन पहले गत मार्च 2020 में होना तय था। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण राष्ट्रपति का कार्यक्रम रद किया था।
निम उत्तरकाशी में म्यूजियम के भवन का निर्माण मार्च 2016 में शुरू हुआ। यह संग्रहालय करीब 15 करोड़ की लागत से तैयार हो गया है। इसमें तीन भवन हैं, एक भवन दो मंजिला बनाया गया है। इस भवन के अंदर अत्याधुनिक तरीके से चारधाम के मंदिर भी बनाए गए हैं।
संग्रहालय का बाहरी ढांचा देवदार की लकड़ी और पत्थर की पटालों से पहाड़ी शैली में बनाया गया है। जिसमें उत्तराखंड के पहाड़ की लोक कथाओं को उकेरा गया है। जबकि अंदरूनी हिस्से में इसके विपरीत अत्याधुनिक 3डी, 4डी पेंटिंग, होलोग्राफिक, लेजर किरणों, कंप्यूटरीकृत, आडियो-वीडियो तकनीक शामिल की गई है।
इन तमाम तकनीकियों के जरिये आमजन को हिमालय की चोटियों, नदियों, पर्वतारोहियों, जैव विविधता, पुरातत्व सामान, पहाड़ी संस्कृति की जानकारी रोचक ढंग से मिल सकेगी। इन संग्रहालय भवन के निर्माण के लिए प्रसिद्ध वास्तुकारों ने बेहतरीन डिजाइन तैयार किए है। इसके अलावा मोरी क्षेत्र के स्थानीय पहाड़ी कारीगरों ने भवन में लगी लकड़ियों पर सुंदर नक्काशी की है।