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महाराष्ट्र

Nirbhaya Squad Mumbai: साकीनाका की घटना के बाद मुंबई में बढ़ायी गई महिलाओं की सुरक्षा, हर थाने में होगा निर्भया स्क्वॉड

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मुंबई, एएनआइ। महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के मकसद से मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने मंगलवार को हर थाने में ‘निर्भया स्क्वॉड’ (Nirbhaya Squad) लगाने का फैसला किया। मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने कहा कि स्कूल, कॉलेज और नौकरी की जरूरतों के कारण घर से बाहर रहने वाली लड़कियों और महिलाओं को फोन कॉल या संदेश, ईमेल और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से उत्पीड़न का सामना करने की शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा, “निर्भया स्क्वॉड का गठन समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना पैदा करने और कानून का डर पैदा करने के साथ ही महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न को रोकने के उद्देश्य से किया जा रहा है।”

मुंबई पुलिस ने कहा कि शहर के हर थाने में महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ (woman safety cell) बनाया जाए। इसमें कहा गया कि हर थाने के मोबाइल-5 गश्ती वाहनों को ‘निर्भया पाठक’ कहा जाए। निर्भया दस्ते में एक महिला पीएसआई या एएसआई रैंक की अधिकारी, एक महिला और एक पुरुष कांस्टेबल और एक ड्राइवर शामिल होगा। निर्भया स्क्वॉड को दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

तैयार की जाएगी अपराधियों की सूची

मुंबई पुलिस के अनुसार, एक गश्त पैटर्न तैयार किया जाएगा और इसमें स्लम क्षेत्रों, मैदानों, पार्कों, स्कूल कॉलेज परिसरों, सिनेमा परिसरों, मॉल, बाजारों, सड़कों, बस स्टैंडों की ओर जाने वाले सब-वे, रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ कम भीड़भाड़ वाली जगह को शामिल किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि मुंबई में पिछले पांच वर्षों में महिलाओं और बच्चों का यौन शोषण करने वाले अपराधियों की सूची तैयार की जाएगी। पुलिस थानों से ऐसे अपराधियों की सूची लेकर उनकी गतिविधियों पर नजर रखेगी। इसमें कहा गया है कि क्षेत्रीय संभाग के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त महिलाओं की सुरक्षा की समीक्षा के लिए हर महीने के पहले सप्ताह में निर्भया दस्ते की बैठक बुलाएंगे।

निर्भया पाठक के रिकॉर्ड में शामिल होंगे अपराधियों के नाम 

निर्भया दस्ता महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 110/117 के तहत की गई कार्रवाई का रिकॉर्ड रखेगा। साथ ही छेड़छाड़, दुष्‍कर्म पोस्को जैसे तमाम यौन अपराधों के आरोपियों के नाम निर्भया पाठक के रिकॉर्ड में शामिल होंगे। स्कूलों, कॉलेजों और महिला छात्रावासों में महिलाओं और लड़कियों के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही एक शिकायत पेटी “निर्भया पेटी” रखी जाएगी।

गौरतलब है कि यह कदम पिछले हफ्ते मुंबई के साकीनाका इलाके में एक 30 वर्षीय महिला के साथ दुष्‍कर्म के बाद उठाया जा रहा है। पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में रॉड से चोट पहुंचायी गई थी और उसकी पिटाई की गई थी। पीड़िता का मुंबई के राजावाड़ी अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई थी।

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