जम्मू-कश्मीर की सरकार ने प्रदेश को पर्यटन का सिरमौर बनाने के लिए 75 नए पर्यटन स्थल चिह्नित कर लिए हैं। इनकी सूची एक हफ्ते में फाइनल कर जारी कर दी जाएगी। सैलानियों के लिए पहले से ही पंसदीदा जगह रहे जम्मू कश्मीर के लिए ये नए पर्यटन स्थल अर्थव्यवस्था को मजबूती देंगी ही, साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर खोलेंगे। इन पर्यटन स्थलों में से 35 जम्मू संभाग और 40 कश्मीर में होंगे।
बताया जा रहा है कि कठुआ जिले को भी प्राथमिकता में रखा गया है। कठुआ के बनी और बसोहली को नए पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल किए जाने की चर्चा है। यह इलाका कश्मीर की तरह ही प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। इन इलाकों को विकसित कर पर्यटकों के लिए सुविधाएं जुटाई जाएंगी। दूरदराज के इन इलाकों में आसान पहुंच का इंतजाम भी किया जाएगा। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में अगले माह पर्यटन महोत्सव होने जा रहा है।
जम्मू व कश्मीर के पर्यटन निदेशक क्रमश: विवेकानंद राय व डा. जीएन इट्टू ने मुंबई में संवाददाता सम्मेलन के दौरान आश्वस्त किया कि केंद्र शासित प्रदेश हर दृष्टि से पूरी तरह सुरक्षित है। इसके कारण न सिर्फ बड़ी संख्या में पर्यटक, बल्कि फिल्मों एवं धारावाहिकों की शूटिंग करने वाले भी जम्मू कश्मीर का रुख कर रहे हैं। डा. इट्टू के अनुसार, पर्यटन विभाग ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश में 75 नए पर्यटन स्थलों को चिह्नित किया है। इन जगहों पर जरूरी बुनियादी सुविधाएं भी जुटा ली गई हैं। 20 अक्टूबर से शुरू होने जा रहे जम्मू-कश्मीर पर्यटन महोत्सव में पर्यटक इन स्थलों पर जाकर नयापन का एहसास कर सकते हैं। विवेकानंद राय के अनुसार, सभी नए 75 पर्यटन स्थलों की अंतिम सूची एक हफ्ते में जारी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि नए पर्यटन स्थलों में से 35 जम्मू संभाग में हैं।
जम्मू कश्मीर को अब अपने घर की तरह सुरक्षित मानें पर्यटक: पर्यटन निदेशक ने कहा कि अब जम्मू कश्मीर को पर्यटक उतना ही सुरक्षित मान सकते हैं, जितना उनका खुद का घर। कोविड के इस दौर में जब फिल्मों की शूटिंग के लिए लोगों का विदेश जाना मुमकिन नहीं हो पा रहा है, तब जम्मू-कश्मीर उन्हेंं आकर्षित कर रहा है। प्रदेश की नई फिल्म पालिसी भी लोगों को आकर्षित कर रही है। इसके तहत वहां फिल्म निर्माण से जुड़ी कई बुनियादी सुविधाएं जुटाई जा रही हैं, ताकि बाहर से आनेवाले निर्माताओं को अपने साथ कम से कम सामान लाना पड़े। स्थानीय युवाओं को भी इस प्रकार की ट्रेनिंग दी जा रही है, जो बाहर से आनेवाले निर्माताओं के लिए सहायक सिद्ध होंगे।
प्रशिक्षण देकर युवाओं को जोड़ा जाएगा पर्यटन से : डा. जीएन इट्टू ने बताया कि जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग ने राज्य के 80 गांवों को चिह्नित कर प्रत्येक के चार-पांच युवाओं को पर्यटन से संबंधित प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। इससे युवा पर्यटन क्षेत्र में न सिर्फ स्वरोजगार खड़ा कर सकेंगे, बल्कि अपने साथ कई और युवाओं को भी जोड़ पाएंगे।
