नई दिल्ली, पीटीआई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से भारत के हर घर और गांव को इंटरनेट से जोड़ने का लक्ष्य तय किया था। जिसकी जिम्मेदारी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) को दी गई थी। MeitY लंबे वक्त से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। लेकिन इसकी प्रगति को लेकर MeitY की ओर से एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। जहां देश में इंटरनेट ढ़ांचे को मजबूत बनाने और जारी काम में तेजी लाने को चर्चा की गई। साथ ही देश के दूर-दराज उन इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाने पर जोर दिया गया, जो पिछली बार छूट गये थे।
क्या है BharatNet
बता दें कि BharatNet दुनिया का सबसे बड़ा फाइबर बेस्ड ग्रामीण ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट है। जिसे भारत सरकार की तरफ से गांव और दूर-दराज के इलाकों तक इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाने के मकसद से शुरू किया गया था। MeitY की वर्कशॉप में BharatNet प्रोजेक्ट के कार्य की भी समीक्षा की गई। Meity की इस वर्कशॉप में सरकार की तरफ से इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाने के काम में तेजी लाने पर जोर दिया था। साथ ही फ्यूचर के प्रोजेक्ट की स्ट्रैटजी पर चर्चा की। गौतलब है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने भारत को दुनिया के सबसे बड़े कनेक्टेड देशों के तौर पर विकसित करने के लिए ‘कनेक्टिंग ऑल इंडियंस’ नामक एक वर्कशॉप का आयोजन किया था।
इस वर्कशॉप की अध्यक्षता केंद्रीय आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने की। इस दौरान उन्होंने सभी भारतीयों तक ओपन, सेफ और भरोसेमंद इंटरनेट पहुंचाने के सरकार के मकसद को आगे बढ़ाने का लेकर चर्चा की। इस वर्कशॉप में पब्लिक और प्राइवेट स्टेकहोल्डर को बुलाया गया ता। इसमें बारत के सबसे बड़े इंटरनेट प्रोवाइडर्स जैसे jio, Airtel के प्रतिनिधियों के साथ ही मिनिस्ट्री ऑफ कम्यूनिकेशन के अधिकारी शामिल हुये और मौजूदा वक्त में भारत में इंटरनेट पहुंचाने के रोडमैन पर तेजी से काम करने पर जोर दिया गया।