नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक, HDFC बैंक ने अगले 18 से 24 महीनों में अपनी बैंकिंग सेवाओं की पहुंच को, दो लाख गांवों तक बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। बैंक अपना यह विस्तार ब्रांच नेटवर्क, बिजनेस संवाददाता, बिजनेस फैसिलिटेटर्स , सीएसी पार्टनर्स, वर्चुअल लीडरशिप मैनेजमेंट और डिजिटल आउटरीच प्लेटफॉर्मों के संयोजन के जरिए करेगा। इससे बैंक की पहुंच देश के एक तिहाई गांवों तक बढ़ेगी।
HDFC बैंक 550 से ज्यादा जिलों में एमएसएमई को अपने उत्पाद और सेवाएं देता है। HDFC एमएसएमई तक बैंकिंग सेवाओं को देने में अग्रणी बैंक बनकर उभरा है। एमएसएमई देश के आर्थिक विकास और रोजगार पैदा करने का एक अहम जरिया है। अभी तक देश के 100,000 से ज्यादा भारतीय गांवों में बैंक का विस्तार हो चुका है। बैंक का उद्देश्य इसे दोगुना करते हुए 2 लाख गांवों तक अपनी पहुंच बनाना है। इसके अलावा अपनी इस योजना के तहत बैंक अगले 6 महीनों में 2,500 से ज्यादा लोगों को रोजगार देने की तैयारी भी कर रहा है।
HDFC बैंक में कमर्शियल और रूरल बैंकिंग के ग्रुप हेड राहुल शुक्ला ने इस बारे में कहा कि, “भारत के ग्रामीण क्षेत्रों और उप-नगरीय बाजारों के पास लोन लेने की काफी कम सुविधा है। ये क्षेत्र भारत के बैंकिंग सिस्टम में स्थायी और लंबे विकास के अवसर प्रदान करते हैं। HDFC बैक देश की सेवा में जिम्मेदारी के साथ लोन का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है। लगातार आगे बढ़ते हुए हमारा सपना हर जगह और क्षेत्र में अपनी बैंकिंग सुविधाओं को सुलभ बनाना है।”
HDFC बैंक, बैंकिंग की सुविधा वाले एवं बैंकिंग की सेवा से वंचित क्षेत्रों में प्रि एवं पोस्ट हार्वेस्ट क्रॉप लोन्स, टू व्हीलर एवं ऑटो लोन,लोन अगेन्स्ट गोल्ड ज्वैजरी और अन्य विशिष्ट रूप से निर्मित लोन उत्पादों की कस्टमाइज्ड पेशकश करता है। बैंक अब तेजी से बदल रहे ग्रामीण परिवेश को ध्यान में रखकर अपने उत्पाद और सेवाओं की पेशकश करने की तैयारी कर रहा है।