All for Joomla All for Webmasters
जरूरी खबर

PM Kisan: कहीं अटक तो नहीं गयी है आपकी नौवीं किस्त, जानिए क्या हो सकती है वजह

rupee

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। PM Kisan Samman Nidhi Update: यह केंद्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। यह केंद्र सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य के साथ शुरू की गई कई योजनाओं में से एक है। इस स्कीम के तहत सरकार पात्र लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में हर वित्त वर्ष में कुल छह हजार रुपये भेजती है। यह रकम तीन बराबर किस्त में किसानों के अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है। इस स्कीम के तहत केंद्र सरकार अब तक कुल नौ इंस्टॉलमेंट में किसानों के अकाउंट में पैसे भेज चुकी है।

हालांकि, हाल में ये बात सामने आई है कि कई किसानों को पीएम किसान स्कीम के लिए अप्लाई करने के बावजूद नौवीं किस्त नहीं मिली है। इसकी कई वजहें पायी गई हैं।

आइए डालते हैं इन कारणों पर एक नजर

केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने अपनी जांच के दौरान पाया है कि कई किसान इस स्कीम के पात्र नहीं होते हुए भी इसका लाभ उठा रहे थे। इन किसानों के नाम लाभार्थियों की लिस्ट से हटा दिए गए हैं। ऐसे में इन लोगों को स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा।

इसके अलावा कई लोगों के एप्लीकेशन फॉर्म में भी गलतियां पायी गई हैं। उदाहरण के तौर पर कुछ किसानों के नाम उनके आधार कार्ड में दर्ज नाम से मैच नहीं करते हैं, ऐसे लोगों को स्कीम का लाभ नहीं मिलता है। अगर आपने फॉर्म भरते समय अकाउंट नंबर या IFSC Code एंटर करने में किसी तरह की चूक की है, तो आपको इस स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा।

ऑनलाइन दुरुस्त कर सकते हैं गलतियां

आप घर बैठे पीएम किसान सम्मान निधि योजना के फॉर्म में हुई किसी भी तरह की चूक को दुरुस्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको PM Kisan की ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। यहां आपको दाहिनी ओर ‘Farmer’s Corner’ दिखेगा। यहां आपको ‘Updation of Self Registered Farmer’ का ऑप्शन दिखेगा। इस लिंक पर क्लिक कीजिए। अब आपके सामने एक नया पेज खुलकर आएगा। इस पेज पर आधार नंबर के साथ कैप्चा कोड डालिए। अब सर्च बटन पर क्लिक कीजिए। इसके बाद आपके द्वारा भरा हुआ फॉर्म आ जाएगा। इस फॉर्म में आप आधार नंबर को छोड़कर अन्य विवरण में सुधार कर सकते हैं।

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top