नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। प्राइवेट सेक्टर के बैंक IndusInd Bank के शेयर सोमवार को 10% से ज्यादा टूट गए। बैंक ने इस बात को माना कि तकनीकी गड़बड़ी की वजह से उसने मई में ग्राहकों की सहमति के बिना 84,000 कर्ज वितरित किए। दरअसल, व्हिसलब्लोअर ने दावा किया था कि IndusInd Bank ने ग्राहकों की मंजूरी के बिना 84,000 लोन बांट दिए हैं। हालांकि इस मामले में बैंक की ओर से सफाई दी गई पर शेयरों पर उसका कोई असर होता नहीं दिखा और बैंक के शेयर सोमवार को बाजार खुलते ही 10.85% नीचे 1060.05 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे।
दरअसल, 5 नवंबर शुक्रवार को ऐसी खबरें आई थीं कि बैंक ने बिना ग्राहकों की सहमति के ‘सदाबहार’ लोन बांट दिए हैं। ये जानकारी किसी गुमनाम व्हिसलब्लोअर के मार्फत आई थी। हालांकि इस मामले में बैंक ने सफाई दी थी और कहा था कि तकनीकी गड़बड़ी की वजह से उसने मई में ग्राहकों की सहमति के बिना 84,000 कर्ज वितरित किए।
इस मसले पर Indusind Bank की ओर से आधिकारिक बयान जारी करके कहा गया कि ‘सदाबहार’ लोन के आरोप आधारहीन हैं और सभी लोन BFIL ने दिए हैं और उसे मैनेज किया है। इस दौरान Covid-19 के पहले और दूसरे लहर के दौरान बांटे गए लोन भी शामिल हैं। मालूम हो कि BFIL, Indusind Bank की माइक्रोलेंडिंग फोकस्ड सब्सिडियरी है।
उधर आज शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ, जिसमें एचडीएफसी, इन्फोसिस और कोटक बैंक के शेयरों में तेजी रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 477.99 अंक या 0.80 फीसद की बढ़त के साथ 60,545.61 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 151.75 अंक या 0.85 फीसद के लाभ से 18,068.55 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन का शेयर सबसे अधिक चार फीसद चढ़ा। अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, कोटक बैंक और एचडीएफसी के शेयर भी लाभ में रहे। दूसरी ओर इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक 10 फीसद से ज्यादा टूट गया।
