तिरुपति, एजेंसी। तिरुमाला घाट रोड पर भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित हो गया है। भूस्खलन के कारण घाट रोड को बंद करना पड़ा है। प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर की ओर जाने वाली सड़क भूस्खलन से सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई है। इस करण वेंकटेश्वर मंदिर के रास्ते में भक्तों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ा है। मंदिर जा रहे कई वाहन फंस गए हैं। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा वाहनों को हटाने का प्रयास किया जा रहा है। बताया गया कि सड़कों को साफ करने का काम जारी है और जल्द एक वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
अधिकारियों ने कहा कि तीन स्थानों पर भूस्खलन से सड़क क्षतिग्रस्त होने के बाद तिरुमाला पहाड़ियों के ऊपर प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर की ओर जाने वाली एक घाट सड़क को बुधवार को बंद कर दिया गया। मंगलवार देर रात बड़े-बड़े बोल्डर सड़क पर लुढ़क गए जिससे महत्वपूर्ण लिंक क्षतिग्रस्त हो गया और वाहनों की आवाजाही ठप हो गई।
इसके बाद टीटीडी के अधिकारी हरकत में आए और वाहनों को रोकने शुरू किया। साथ ही मलबे को साफ करने के लिए अर्थ मूवर्स को तैनात किया। अधिकारी नुकसान का जायजा ले रहे है और मरम्मत करने का काम हो रहा है। सड़कों को नुकसान को देखते हुए ऊपर की सड़क पर सभी वाहनों को रोक दिया गया था। विकल्प के तौर पर डाउन घाट रोड से कुछ-कुछ वाहनों को एक साथ जाने दिया जा रहा था।
एक महीने से भी कम समय में यह दूसरी बार है जब घाट रोड पर भूस्खलन हुआ है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, 11 नवंबर को घाट की सड़कों को बंद कर दिया गया था और 20 नवंबर को ही फिर से खोल दिया गया था। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण घाट सड़कों पर बोल्डर लुढ़क गए थे।
प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर को तिरुपति से जोड़ने वाली सड़कों पर पेड़ भी उखड़कर गिर गए। पहली घाट सड़क पर चार स्थानों पर भूस्खलन के कारण सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि दूसरे घाट मार्ग पर 13 भूस्खलन का बारे में जानकारी मिली। भारी बारिश ने दोनों फुटपाथ (अलीपिरी और श्रीवारी मेट्टू) को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे अधिकारियों को उन्हें बंद करना पड़ा।
बारिश के कारण वैकुंठम कतार परिसरों और चार माडा सड़कों पर पानी भर गया था। टीटीडी के अध्यक्ष के अनुसार, टीटीडी को लगभग 4 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। तिरुमाला और तिरुपति में 17 से 19 नवंबर के बीच 19 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 30 वर्षों में सबसे अधिक है।