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Dish TV के Yes Bank पर गंभीर आरोप, SEBI से कहा- मैनेजमेंट कंट्रोल के लिए अधिग्रहण नियमों की हो रही अनदेखी

Dish TV-Yes Bank: यस बैंक का ध्यान Dish TV के मैनेजमेंट कंट्रोल पर है. लेकिन, सवाल है कि यस बैंक को कंट्रोल लेना है तो फिर ओपन ऑफर लाने का ऐलान क्यों नहीं कर रहा है?

Dish TV-Yes Bank: डिश टीवी ने यस बैंक के खिलाफ सेबी (SEBI) में नई शिकायत दर्ज कराई है. कंपनी ने सेबी को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि Yes Bank ने ओपन ऑफर का ऐलान नहीं किया है, यह अधिग्रहण नियमों का उल्लंघन है. जवाहर गोयल की डिश टीवी ने SEBI से कहा, बैंक ने डायरेक्ट-टू-होम टेलीविजन सर्विस प्रोवाइडर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को हटाने की मांग की थी. डिश टीवी ने आरोप लगाया है कि Yes Bank मौजूदा बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को हटाने का प्रस्ताव देकर मैनेजमेंट कंट्रोल चाहता है. लेकिन, इसके लिए अभी तक कोई ओपन ऑफर नहीं दिया गया है.

मैनेजमेंट कंट्रोल पर है Yes Bank की नजर

यस बैंक का ध्यान Dish TV के मैनेजमेंट कंट्रोल पर है. लेकिन, सवाल है कि यस बैंक को कंट्रोल लेना है तो फिर ओपन ऑफर लाने का ऐलान क्यों नहीं हो रहा है? यस बैंक के पास IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज लिमिटेड के साथ कंपनी में 25.63 प्रतिशत हिस्सेदारी है. बैंक ने 29 मई 2020 और 9 जुलाई 2020 के बीच तीन चरणों में गिरवी रखे शेयरों का अधिग्रहण किया था.

हालांकि, सामान्य परिस्थितियों में इसके लिए ओपन ऑफर की पेशकश करनी चाहिए. Dish TV के मुताबिक, बैंक के लिए यह छूट मान्य नहीं होनी चाहिए. क्योंकि, बैंक ने सितंबर में मौजूदा बोर्ड के सदस्यों को बाहर करने और बैंक की तरफ से नॉमिनेट किए गए नए डायरेक्टर्स को नियुक्त करने के लिए नोटिस भेजा था. यह कंपनी पर कंट्रोल करने की इच्छा जाहिर करता है.

अधिग्रहण विनियम का उल्लंघन

कंपनी का मानना ​​​​है कि यस बैंक के 3 सितंबर के नोटिस, 9 सितंबर के नोटिस और EGM नोटिस भेजने की कार्रवाई अधिग्रहण नियमों (Takeover regulations) का उल्लंघन है. Dish TV ने SEBI को भेजे अपनी चिट्ठी में कहा है कि अगर Yes Bank का कंपनी के बोर्ड में कुछ व्यक्तियों को नियुक्त करने का प्रस्ताव और मौजूदा निदेशकों (अनिल कुमार दुआ को छोड़कर) को हटाने के लिए प्रस्तावित प्रस्ताव को प्रभावी कर दिया जाता है तो इससे यस बैंक को कंपनी पर कंट्रोल हासिल हो जाएगा.

कंपनी ने कहा, ‘Yes Bank को पब्लिक शेयरधारकों से शेयर हासिल करने के लिए ओपन ऑफर की पेशकश करने की जरूरत है. यस बैंक की तरफ से ऐसी कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की गई है, और इसलिए दिया गया नोटिस टेकओवर रेगुलेशन का उल्लंघन है.’

Dish TV ने यह सवाल भी उठाया है कि अगर Yes Bank ओपन ऑफर लाता है तो इस बात की संभावना रहेगी कि कंपनी में उसकी हिस्सेदारी 30 फीसदी के पार निकल सकती है, जो कि बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट, 1949 (BR act) की धारा 19 का पूरी तरह से उल्लंघन होगा. BR Act के सेक्शन-19 की धारा यह निर्धारित करती है कि कोई भी बैंकिंग कंपनी किसी भी कंपनी में 30 फीसदी से ज्यादा शेयरहोल्डिंग नहीं रख सकती. इसमें प्लेज्ड शेयर, मॉर्गेज शेयर या फिर ऑनर के रूप में कंपनी में 30 प्रतिशत पेड-अप शेयर कैपिटल (Paid-up share capital) नहीं रख सकती.

कार्रवाई की मांग

Dish TV ने SEBI से यस बैंक के बोर्ड पुनर्गठन के प्रस्ताव की जांच करने की मांग की है. कंपनी ने सेबी से अनुरोध किया है कि यस बैंक को इस मामले में आवश्यक निर्देश जारी करें और कंपनी को भेजे गए EGM नोटिस को तुरंत वापस लेने को कहे. साथ ही EGM नोटिस के संबंध में आगे किसी भी तरह की कार्रवाई करने पर भी रोक लगाई जाए. इसके अलावा टेकओवर रेगुलेशन के नियमों का उल्लंघन आगे न किया जाए.

डिश टीवी और यस बैंक तब से आमने-सामने हैं, जब से बैंक ने कंपनी के बोर्ड को संशोधित करने के प्रस्ताव के लिए शेयरधारकों की EGM के लिए अनुरोध करने के लिए एक नोटिस भेजा है. EGM अब 30 दिसंबर को होगी.

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