निवेश के लिए पीपीएफ एक बेहद लोकप्रिय स्कीम है. इसे सुरक्षित निवेश माना जाता है.अच्छी ब्याज दर के साथ इसके जरिए टैक्स में छूट भी हासिल होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपने नाबालिग बच्चे का भी पीपीएफ अकाउंट खोल सकते हैं.
निवेश के लिए पीपीएफ एक बेहद लोकप्रिय स्कीम है. इसे सुरक्षित निवेश माना जाता है. पीपीएफ की लोकप्रियता का कारण इसमें मिलने वाली आकर्षक ब्याज दर भी है. अच्छी ब्याज दर के साथ इसके जरिए टैक्स में छूट भी हासिल होती है. पीपीएफ अकाउंट में एक वित्तीय वर्ष में निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपए होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपने नाबालिग बच्चे का भी पीपीएफ अकाउंट खोल सकते हैं. कोई व्यक्ति एक अकाउंट अपने नाम से और दूसरा अकाउंट बच्चे के नाम से भी खोल सकता है. आइए जानते हैं कि बच्चे के लिए पीपीएफ अकाउंट खुलवाने के लिए आपको किन बातो का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
500 रुपए में खुलवाएं खाता
पीपीएफ अकाउंट को आप महज 500 रुपए में खुलवा सकते हैं. आप एक साल में अधिकतम अपने पीपीएफ अकाउंट में 1.5 लाख रुपए तक का निवेश कर सकते हैं. मैच्योरिटी होने पर इसके लॉकइन पीरियड को 5-5 सालों के लिए बढ़ाया भी जा सकता है. अगर आप अपने बच्चे के नाम पर अकाउंट खुलवाते हैं तो 18 तक गार्जियन अकाउंट को मैंटेन कर सकते हैं. 18 साल का होने के बाद बच्चा भी पीपीएफ अकाउंट की देखरेख कर सकता है.
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फायदेमंद क्यों PPF अकाउंट?
पीपीएफ अकाउंट एक लॉन्ग टर्म निवेश होता है. इसका निवेश का साल 15 साल होता है. अगर आप अपने बच्चे के नाम पर शुरुआत में ही पीपीएफ अकाउंट खोलते हैं तो उसके नाबालिग होने पर आपको मैच्योरिटी की रकम मिल जाएगी. इसका फायदा उसकी हायर एजुकेशन के लिए कर सकते हैं.
बढ़ाई जा सकती है समय सीमा
पीपीएफ अकाउंट खुलवाने पर एक और फायदा मिलता है. अकाउंट होल्डर पांच साल के लिए अपने पीपीएफ अकाउंट की समय सीमा को बढ़ा सकते हैं. इस दौरान निवेशक चाहे तो निवेश भी कर सकता है वरना मैच्योरिटी की रकम को भी बनाए रख सकता है. लॉकिंग पीरियड बढ़ाने पर उसे ब्याज का फायदा होगा.
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टैक्स में फायदा
पीपीएफ अकाउंट के जरिए आप टैक्स में छूट का फायदा ले सकते हैं. सेक्शन 80 सी के तहत कोई भी पीपीएफ अकाउंट दिखा सकता है. इसमें न सिर्फ ब्याज टैक्स फ्री होता है बल्कि मैच्योरिटी पर जितनी रकम होती है, वो भी टैक्स फ्री होती है.