लोक सभा और राज्य सभा की कार्यवाही बुधवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई. आज शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन था. आज सदन की कार्यवाही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे.
नई दिल्ली. लोक सभा और राज्य सभा की कार्यवाही बुधवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई. संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि संसद तय समय से पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो सकती है. बता दें, आज शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन था. आज सदन की कार्यवाही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे.
‘सदन के 18 घंटे 48 मिनट हुए बर्बाद’
लोक सभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल के नेता हंगामा करने लगे. इसके बाद लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही स्थगित करने का फैसला किया. लोक सभा स्पीकर ने कहा कि हंगामे के चलते सदन के 18 घंटे 48 मिनट बर्बाद हुए हैं.
संसद का शीतकालीन खत्म
लोक सभा की कार्यवाही के स्थगित होने के कुछ ही देर बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. बता दें, इसी के साथ संसद का शीतकालीन सत्र भी खत्म हो गया.
विपक्ष के नेता ने उठाया अयोध्या से संबंधित मुद्दा
सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक अखबार की खबर का हवाला देकर अयोध्या से संबंधित एक मुद्दा उठाने की कोशिश की लेकिन नायडू ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. सभापति ने खड़गे से कहा कि मुद्दे को उठाने के लिए उन्हें नोटिस देना चाहिए था. इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी.
23 दिसंबर को समाप्त होना था शीत कालीन सत्र
बता दें, संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और यह 23 दिसंबर को समाप्त होना था. लेकिन एक दिन पहले ही उच्च सदन की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.