मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने अपने पिछले बजट में ही कृषि बजट अलग से पेश करने की घोषणा कर दी थी. साल 2022 के कृषि बजट से इसकी शुरुआत हो रही है. कृषि मंत्री लालचंद कटारिया किसानों और संबंधित विभागों से संवाद करके इसे अंतिम रूप देने की तैयारियों में जुटे हैं. पिछले साल के राज्य बजट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अलग से कृषि बजट जारी करने का ऐलान किया था. उसके बाद से ही संबंधित सभी विभाग इसकी तैयारियों में जुट गए थे.
Jaipur: राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार अलग से पेश किए जाने वाले कृषि बजट में नौ विभागों को पूरी तरह शामिल किया जाएगा. इन सभी विभागों का बजट करीब 40,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का होगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने अपने पिछले बजट में ही कृषि बजट अलग से पेश करने की घोषणा कर दी थी. साल 2022 के कृषि बजट से इसकी शुरुआत हो रही है. कृषि मंत्री लालचंद कटारिया किसानों और संबंधित विभागों से संवाद करके इसे अंतिम रूप देने की तैयारियों में जुटे हैं. पिछले साल के राज्य बजट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अलग से कृषि बजट जारी करने का ऐलान किया था. उसके बाद से ही संबंधित सभी विभाग इसकी तैयारियों में जुट गए थे.
वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा कहिट हैं कि कृषि बजट में कृषि और संबंद्ध क्षेत्रों की गतिविधियों के साथ ही किसानों के कल्याण से संबंधित व्यय को संकलित कर प्रदर्शित किया जाएगा. इस बार कृषि बजट में शामिल होने वाले किसान संबंधित विभागों में कृषि, कृषि विपणन, उद्यानिकी, पशुपालन, जल संसाधन, गोपालन, डेयरी, मत्स्य और सहकारिता विभाग शामिल हैं.
इन सभी नौ विभागों की गतिविधियां कृषि और संबंद्ध क्षेत्रों से ताल्लुकात रखती है. इन सभी विभागों के समस्त व्यय को कृषि बजट में शामिल किया जाएगा. इसमें योजनागत और प्रतिबद्ध व्यय शामिल है. इसके अतिरिक्त अन्य विभागों की ओर से भी किसानों के कल्याण और कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों के लिए व्यय किया जाता है. ऊर्जा विभाग की तरफ से विद्युत दरें नहीं बढ़ाने के लिए अनुदान भी पूरी तरह किसानों के कल्याण से संबंधित है. ऐसे विभागों द्वारा कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों और किसानों के कल्याण से संबंधित खर्च को चिन्हित कर इसकी सूचना कृषि बजट में दर्शाई जाएगी.