Giridih Blast: नक्सलियों ने मौके पर घटना की जिम्मेदारी लेते हुए पर्चे भी छोड़े हैं. साथ ही नक्सलियों ने जमकर पोस्टरबाजी भी की है.
गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह जिले में नक्सलियों का उत्पात जारी है. एक करोड़ के इमामी नक्सली प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शिला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में मनाए जा रहे प्रतिरोध दिवस के दूसरे दिन भी नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया है.
शनिवार रात को नक्सलियों ने ढाई बजे मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंदवरिया-बरागढा घाट एवं लुरंगो घाट पर मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना अंतर्गत बराकर नदी पर बने पुल को आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया. इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है.
नक्सलियों ने ली घटना की जिम्मेदारी
नक्सलियों ने मौके पर घटना की जिम्मेदारी लेते हुए पर्चे भी छोड़े हैं. साथ ही नक्सलियों ने जमकर पोस्टरबाजी भी की है. जानकारी के अनुसार, देर रात को करीब 20 से 25 की संख्या में हथियारबंद नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. यह इलाका डुमरी ओर मुफस्सिल का सीमावर्ती क्षेत्र है.
पुलिस ने शुरू किया सर्च अभियान
इस पुल का निर्माण 2018 में हुआ था. पुल के एक बड़े हिस्से के ध्वस्त हो जाने से लगभग आधा दर्जन गांव का आपस में संपर्क बाधित हो गया है. इसके पहले भी शुक्रवार रात को नक्सलियों ने मधुबन ओर खुखरा में दो मोबाइल टावरों को विस्फोट के जरिए उड़ा दिया था. इधर पुल के उड़ाए जाने के बाद इलाके में पुलिस ने सर्च अभियान शुरू कर दिया है.
प्रतिरोह सप्ताह मना रहे नक्सली
दरअसल नक्सलियों ने अपने लीडर प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के खिलाफ 21 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक प्रतिरोध सप्ताह मनाने का एलान किया है. इसे लेकर झारखंड और बिहार की पुलिस ने अलर्ट जारी किया है, लेकिन तमाम चौकसी के बावजूद नक्सलियों ने दो दिनों में दो घटनाओं को अंजाम दिया है.
खुफिया विभाग ने जारी किया था अलर्ट
बता दें कि खुफिया विभाग ने पहले ही आशंका जाहिर की थी कि प्रतिरोध सप्ताह के दौरान नक्सली सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और हिंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं.
(इनपुट-मृणाल सिन्हा)