कोरोना के एक्टिव केस के मामले में राजस्थान अभी भी 7वें नंबर पर है. इधर तीसरी लहर में कोरोना से अब तक 304 लोगों की जानें गई हैं. इधर कोरोना के मामले कम होने और हॉस्पिटेलिटी रेट भी कम होने से सरकार ने पाबंदियों पर ढील देनी शुरू कर दी है.
Jaipur: कोरोना के एक्टिव केस के मामले में राजस्थान अभी भी 7वें नंबर पर है. इधर तीसरी लहर में कोरोना से अब तक 304 लोगों की जानें गई हैं. इधर कोरोना के मामले कम होने और हॉस्पिटेलिटी रेट भी कम होने से सरकार ने पाबंदियों पर ढील देनी शुरू कर दी है. राज्य सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू खत्म करने और 1 फरवरी से शहरी क्षेत्रों में 10वीं व 12वीं के स्कूल खोल दिया है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में छठवीं से 12वीं तक के स्कूल खुल गए हैं.
इधर वैक्सीन की दोनों डोज को लेकर सरकार ने 31 जनवरी की डेट लाइन दी थी. संभावना जताई जा रही है कि कोरोना के हालात की समीक्षा कर सरकार फिर अपडेटेड गाइडलाइन जारी कर सकती है. इस गाइडलाइन में सरकार वैक्सीन की डबल डोज नहीं लेने वालों के लिए सख्ती का प्रावधान कर सकती है.
चूंकि कोरोना की तीसरी लहर ने दिसंबर में दस्तक दे दी और जनवरी में ये पीक पर था. इस दौरान राजस्थान में कुल ढाई लाख से ज्यादा मामले मिले और 304 लोगों की मौतें भी हुईं. 1 लाख 83 हजार 836 मरीज जनवरी में रिकवर हो चुके हैं. फिलहाल सरकार कोरोना वैक्सीन नहीं लेने वालों को समझा रही है. हालांकि समझाने का काम लंबे समय से चल रहा है. चूंकि पाबंदियों में ढील दी गई हैं. ऐसे में कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लगने को लेकर सरकार सख्ती कर सकती है. पहले जारी किए गए गाइडलाइन में सरकार ने इस ओर इशारा भी किया था.
आज से ये करना जरूरी
आज यानी 1 फरवरी से हर संस्था, फर्म, दुकान में काम करने वालों की डिटेल और उनके वैक्सीनेशन का ब्यौरासूचना बोर्ड पर डिस्प्ले करना अनिवार्य कर दिया गया है. इसमें भी ये बताना होगा कि वैक्सीन की सिंगल डोज लगी है या डबल डोज. कितने कर्मचारियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है इसकी डिटेल भी सूचना बोर्ड पर साझा करनी होगी. ऐसा नहीं करने पर महामारी एक्ट में कार्रवाई का प्रावधान किया गया है. स्कूलों में भी कर्मचारियों और टीचर की वैक्सीनेशन की डिटेल बतानी होगी.
अभी वैक्सीनेशन का ये है हाल
प्रदेश में अब तक 7 करोड़ 7 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. इनमें से 4 करोड़, 39 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की पहली और 2 करोड़ 68 लाख से ज्यादा लोगों को दोनों डोज लग चुकी है. अभी भी ग्रामीण अंचलों में कोरोना वैक्सीन को लेकर काफी वहम है. लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने से बच रहे हैं. तीसरी लहर में कोरोना वैक्सीन की बड़ी भूमिका देखी जा रही है. ऐसे में गहलोत सरकार वैकसीनेशन नहीं कराने वालों के लिए पाबंदियां लगा सकती है.