इस बार भी Home Loan या Car Loan में कोई छूट नहीं मिली है। RBI ने Repo Rate और Reverse Repo rate में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेपो दर जहां 4 फीसद पर बनी रहेगी वहीं रिवर्स रेपो दर 3.35 फीसद पर बरकरार रहेगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। केंद्रीय बैंक ने मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद गुरुवार को प्रमुख ब्याज दरों पर यथास्थिति बरकरार रखने का ऐलान किया है। यानि Repo Rate और Reverse Repo rate में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
RBI ने रेपो दर जहां 4 फीसद पर बनी रहेगी वहीं रिवर्स रेपो दर 3.35 फीसद पर बरकरार रहेगी। इसका सीधा असर बैंक से उधारी लेने वालों पर पड़ेगा। यानि इस बार भी उन्हें Home Loan या Car Loan में कोई छूट नहीं मिली। यानि उन्हें मौजूदा EMI में कोई राहत नहीं मिली है
बता दें कि RBI ने लगातार 10वीं बार प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रिजर्व बैंक ने मई 2020 में ब्याज दरों में बदलाव किया था। वहीं मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट (MSFR) और बैंक रेट 4.25 फीसद पर बना रहेगा। पॉलिसी का रुख अकोमोडेटिव रहेगा।
हालांकि पॉलिसी आने से पहले भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की एक रिपोर्ट में पहली छमाही में कर्ज वृद्धि में तेजी और जमाओं में गिरावट आने से सावधि दरें बढ़ने और कर्ज के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद रिजर्व बैंक को रिवर्स रेपो दर में 0.20 प्रतिशत की वृद्धि का सुझाव दिया गया था। रिपोर्ट कहती है कि एमपीसी के दायरे के बाहर रिवर्स रेपो दर में 20 आधार अंकों की बढ़ोतरी करनी चाहिए ताकि उसे नए सरकारी ऋणपत्रों के खरीदार मिल सकें।
वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में केंद्र सरकार के सकल कर्ज को बढ़ाकर रिकॉर्ड 14.3 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव रखा गया है। राज्यों को मिलाकर अगले वित्त वर्ष में सकल ऋण 23.3 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया है। इसके अलावा बजट में 3.1 लाख करोड़ रुपये के भुगतान का भी प्रस्ताव है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आईबीआई) के नीतिगत घोषणा से पहले इंफोसिस, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक और टाटा स्टील जैसे बड़े शेयरों में तेजी के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में 110 अंक से अधिक चढ़ गया था।