पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने अपने कार्यालय कक्ष में दोनों इनामी नक्सलियों के स्वजनों को चेक के माध्यम से सरकार द्वारा घोषित राशि प्रदान की। इस बीच दो लोगों के बीच कुल 20 लाख रुपए का दिया गया। जो कि नियम के अनुसार है।
चतरा, जासं। वर्ष 2021 में पुलिस के समक्ष समर्पण करने वाले नक्सलियों को आत्मसमर्पण नीति के तहत गुरुवार को सरकार द्वारा घोषित राशि प्रदान की गई। पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने अपने कार्यालय कक्ष में दोनों इनामी नक्सलियों के स्वजनों को चेक के माध्यम से सरकार द्वारा घोषित राशि प्रदान की। इस बीच दो लोगों के बीच कुल 20 लाख रुपए का दिया गया। जो कि नियम के अनुसार है।
आत्मसमर्पण नीति के तहत दी गई राशि
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस के द्वारा नक्सली के विरुद्ध चलाए गए अभियान के दौरान आत्मसमर्पण नीति के तहत प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुत कमेटी (टीएसपीसी) के दो इनामी नक्सली आत्मसमर्पण किया था। दोनों नक्सली वर्ष 2021 में अलग-अलग तिथि में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण नीति के तहत अपने-अपने हथियार के साथ सरेंडर किया था। इनमें टीएसपीसी के रीजनल कमांडर मुकेश गंझू उर्फ मुनेश्वर गंझू उर्फ मुंगेश्वर गंझू व सबजोनल कमांडर नागेश्वर गंझू उर्फ तरुण शामिल है।
2021 में किया था आत्मसमर्पण
एसपी ने बताया कि रीजनल कमांडर मुकेश पर सरकार ने 15 लाख रुपए इनाम रखा था। रीजनल कमांडर जिले के कुंदा थाना क्षेत्र के कुटिल गांव का रहने वाला है। वह 15 जनवरी 2021 को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। वहीं सब जोनल कमांडर नागेश्वर पर सरकार ने पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। नागेश्वर कुंदा थाना क्षेत्र कर बैरियो चक गांव का रहने वाला है। वह 7 मई को आत्मसमर्पण किया था।
नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने की कोशिश
नियमानुसार हो रही है कार्रवाई-एसपी
एसपी ने बताया कि इन दोनों नक्सलियों के विरुद्ध नियमानुसार अग्रसर कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल दोनों हजारीबाग के जेल में बंद है। एसपी ने कहा कि नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए कई प्रकार की मुहिम चलाई जा रही है। ताकि नक्सल समस्या पर लगाम लगाई जा सके और उनके परिवार समाज के मुख्य धारा से जुड़ें।
