बीरभूम हत्याकांड मामले में सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि शेख अकेला खड़ा था और अपने मोबाइल फोन पर बात कर रहा था, तभी मोटरसाइकिल सवार चार हमलावरों ने उस पर बम फेंका.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में 21 मार्च की रात तृणमूल कांग्रेस के एक पंचायत नेता की हत्या के बाद आठ लोगों को जला दिया गया था. बाद में एक महिला ने जलने के कारण दम तोड़ दिया जिससे मरने वालों की संख्या नौ हो गई. इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारी अब क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरों के वीडियो फुटेज को स्कैन कर रहे हैं, जो रामपुरहाट सरकारी मेडिकल कॉलेज, स्थानीय पुलिस स्टेशन और बोगटुई गांव में अपराध स्थलों के पास स्थापित लोगों सहित कई जगहों पर लगे हैं.
रामपुरहाट अस्पताल के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि सीबीआई ने अस्पताल में लगे कम से कम 32 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज हासिल की है. अधिकारियों के अनुसार, “इससे पहले विशेष जांच दल ने भी कुछ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ली थी. हालांकि, कैमरों की संख्या कम थी.” जांच एजेंसी ने रामपुरहाट पुलिस स्टेशन और बोगटुई गांव में उस स्थान पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी बरामद किए हैं जहां टीएमसी नेता भादु शेख की हत्या हुई थी. एजेंसी अब नरसंहार स्थल से कुछ गज की दूरी पर स्थित एक लालोन शेख के घर में लगे कैमरे से फुटेज को सुरक्षित करने की कोशिश कर रही है.
भले ही सीबीआई कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर रामपुरहाट हत्याकांड की जांच कर रही हो, लेकिन टीएमसी नेता शेख की हत्या की जांच राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल द्वारा की जा रही है. शेख की हत्या के सिलसिले में अब तक कम से कम छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने गुरुवार को पूछताछ के दौरान आरोपी द्वारा दी गई गुप्त सूचना के आधार पर कम से कम चार आग्नेयास्त्र और 18 गोला-बारूद बरामद किया.
मोटरसाइकिल सवार चार हमलावरों ने फेंका बम
सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि शेख अकेला खड़ा था और अपने मोबाइल फोन पर बात कर रहा था, तभी मोटरसाइकिल सवार चार हमलावरों ने उस पर बम फेंका. बाद में उसे भी गोली मार दी गई. सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने बीरभूम नरसंहार के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए टीएमसी ब्लॉक नेता अनारुल हुसैन सहित छह लोगों के मोबाइल फोन जब्त किए हैं.उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.
हुसैन को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर कथित तौर पर ‘पीड़ित द्वारा सतर्क किए जाने के बाद भी गांव में पुलिस नहीं भेजने’ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जबकि आरोप यह भी सामने आए हैं कि हुसैन ने टीएमसी जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल के निर्देश पर काम किया. हालांकि मोंडोल ने सभी आरोपों का खंडन किया है.
भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपनी आंतरिक रिपोर्ट में मंडल का नाम भी लिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नरसंहार में मंडल की संलिप्तता निश्चित थी. सीबीआई पहले ही रामपुरहाट के पूर्व एसडीपीओ और रामपुरहाट थाने के प्रभारी निरीक्षक से पूछताछ कर चुकी है. गुरुवार को एक उपनिरीक्षक और एक सहायक उप निरीक्षक से भी पूछताछ की गई. दिन में स्थानीय फायर ब्रिगेड स्टेशन के प्रभारी अधिकारी और ड्यूटी अधिकारी से भी पूछताछ की गई.