Pakistan Political Crisis: इमरान खान के पीएम की कुर्सी से हटने के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन आज 3 बजे तक दाखिल किए जाएंगे और इसके बाद स्क्रूटनी की जाएगी.
पाकिस्तान में आधी रात के बाद तक चले सियासी घमासान के बाद अब सबकी नजरें नए प्रधानमंत्री पर हैं. नए प्रधानमंत्री के लिए आज नामांकन दाखिल किए जाएंगे. इमरान खान के पीएम की कुर्सी से हटने के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन आज 3 बजे तक दाखिल किए जाएंगे और इसके बाद स्क्रूटनी की जाएगी. संसद सोमवार को 2 बजे बैठेगी ताकि नया प्रधानमंत्री चुना जा सके.
संयुक्त विपक्ष ने पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ को पहले ही अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित कर दिया है. हालांकि इसमें भी एक पेच है. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार को शहबाज शरीफ और उनके बेटे को लाहौर हाई कोर्ट में तलब किया गया है.
इस्लामाबाद हाई कोर्ट पहुंचा मामला
इस्लामाबाद हाई कोर्ट (आईएचसी) सोमवार को इमरान खान और पूर्व मंत्रियों के नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) पर रखने और एक कथित धमकी पत्र की जांच का आदेश देने के अनुरोध पर सुनवाई करेगा. यह याचिका मौलवी इकबाल हैदर ने दायर की है.
आईएचसी से गुजारिश की गई है कि इमरान खान, फवाद चौधरी, शाह महमूद कुरैशी, पूर्व डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी और असद माजिद का नाम ईसीएल में रखा जाए. हैदर ने कोर्ट से इमरान और पूर्व मंत्रियों के खिलाफ कथित धमकी भरे पत्र के संबंध में जांच का आदेश जारी करने का भी अनुरोध किया.
अविश्वास प्रस्ताव हारे इमरान खान
342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान समाजवादी, उदारवादी और कट्टर धार्मिक दलों के संयुक्त विपक्ष को 174 सदस्यों का समर्थन मिला था, जो प्रधानमंत्री को सत्ता से बाहर करने के लिए जरूरी संख्याबल यानी 172 से अधिक था.
पाकिस्तान के इतिहास में इमरान से पहले किसी भी प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सत्ता से बेदखल नहीं किया गया है. साथ ही आज तक किसी भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है.
अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के समय इमरान (69) संसद के निचले सदन में मौजूद नहीं थे. उनकी पार्टी के सांसदों ने भी मतदान के दौरान सदन से वॉकआउट किया. हालांकि, पीटीआई के बागी सदस्य सदन में मौजूद थे और सत्ता पक्ष की सीटों पर बैठे थे.