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जम्मू और कश्मीर

Jammu Kashmir: अमरनाथ यात्रा को दहलाने की साजिश बीएसएफ ने किया नाकाम, सांबा सेक्टर के पास खोज निकाली सुरंग

बीएसएफ के एक आला अधिकारी ने बताया कि पिछले डेढ़ साल के दौरान यह पांचवी सुरंग है, जो पकड़ी गई.
इस सुरंग को ऐसी जगह खोदा गया जहां रेतीली दोमट मिट्टी के टीले हैं यानी पानी रिसाव का कोई खतरा ही नहीं है.

J&K Cross Border Tunnel Detected: पाकिस्तान की चमन सुरंग साजिश का एक बार फिर हुआ भंडाफोड़ है. अमरनाथ यात्रा को दहलाने और नारको टेररिज्म को बढ़ाने के उद्देश्य से भारत-पाकिस्तान सीमा पर खोदी गई. सुरंग को बीएसएफ ने खोज निकाला है. यह सुरंग पाकिस्तानी फौज की देखरेख में आतंकवादियों ने पाकिस्तान की पेशेवर इंजीनियरों की मदद से बनाई थी. पिछले डेढ़ साल में बीएसएफ द्वारा पकड़ी गई पांचवी सुरंग है.

सीमा के सांबा बॉर्डर के नजदीक भारतीय सीमा में चक फकीरा पोस्ट के पास इस सुरंग को पकड़ी गई. यह सुरंग इतनी खूबसूरती से खोदी गई है कि इसे आम आतंकवादी नहीं खोद सकता. इस सुरंग की बाबत सीमा सुरक्षा बल को बुधवार की शाम उस समय पता चला जब सांबा सेक्टर के इलाके में नियमित जांच की जा रही थी. इस सुरंग के मुहाने को कुछ इस तरह से ढका गया था की आसानी से सुरंग होने का पता ही ना चल सके.

शुरुआती जांच के दौरान बीएसएफ को पता चला है कि यह सुरंग पाकिस्तानी सीमा में पाकिस्तानी फौज की चौकी चमन खुर्द फियाज के पास शुरू होती है, जो वहां से लगभग 900 मीटर की दूरी पर है. यह सुरंग भारतीय सीमा के भीतर आकर डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर निकलती है. यानी, कुल मिलाकर लगभग 1 किलोमीटर लंबी सुरंग पाकिस्तानी फौज की देखरेख में खोजी गई.

बीएसएफ का मानना है यह सुरंग ताज़ी-ताज़ी खुदी हुई है यानी इसे हाल में ही खोदा गया है. इसका मकसद जम्मू में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा में आतंक फैलाने के लिए सीमा पार से आतंकवादी और गोला-बारूद भेजना भी हो सकता है. इसके अलावा इस सुरंग का मकसद नारको टेररिज्म को बढ़ाने का भी हो सकता है. यह सुरंग इतनी बड़ी है कि इसमें बड़े आराम से एक आदमी हथियार लेकर या नारकोटिक्स से भरी हुई बोरी लेकर आराम से आ जा सकता है. सुरंग को जिस तरीके से खुद आ गया है उससे साफ जाहिर है कि पाकिस्तानी सेना की देखरेख में इस सुरंग को सुरंग खोलने वाले पेशेवर इंजीनियरों के निर्देशन में आतंकवादियों ने खोदा होगा.

बीएसएफ के एक आला अधिकारी ने बताया कि पिछले डेढ़ साल के दौरान यह पांचवी सुरंग है, जो पकड़ी गई. दिलचस्प यह भी है की इस सुरंग को ऐसी जगह खोदा गया जहां रेतीली दोमट मिट्टी के टीले हैं यानी पानी रिसाव का कोई खतरा ही नहीं है. इस बात की जांच की जा रही है कि इस सुरंग के जरिए कहीं आतंकवादी भारतीय सीमा में प्रवेश तो नहीं कर चुके.

पाकिस्तान की नापाक चमन सुरंग आने वाले दिनों में क्या गुल खिलाएगी, यह तो अब भविष्य ही बताएगा. लेकिन सुरंग से आने वाले खतरे के मद्देनजर बीएसएफ की सूचना पर तमाम खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई है और आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. जिससे पता चल सके कि हाल ही के दिनों में कोई पाकिस्तानी या अफगानी इस इलाके में तो नहीं आया.

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