इंसानी शरीर में आखिर कौन सा अंग सबसे ज्यादा ऊर्जा का इस्तेमाल (Which organ uses most energy) करता है और इसे ये ऊर्जा मिलती कैसे है?
इंसान को कोई भी काम करने के लिए ऊर्जा (Why energy is needed for body) की जरूरत होती है. ये ऊर्जा उसे खाने से मिलती है. पर क्या आप जानते हैं कि शरीर के कुछ अंगों को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत पड़ती है जबकि कुछ को कम. ऐसे में ये सवाल पूछना तो लाजमी है कि आखिर कौन सा हिस्सा सबसे ज्यादा ऊर्जा का इस्तेमाल (Which organ uses most energy) करता है और इसे ये ऊर्जा मिलती कैसे है?
बिना पहेलियां बुझाए आपको सीधे शब्दों में इसका उत्तर देते हैं. दिमाग यानी ब्रेन ( brain uses the most energy in body), इंसान के शरीर का ऐसा अंग है जिसके बिना इंसान एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा सकता. यही अंग सबसे ज्यादा ऊर्जा का इस्तेमाल करता है. वैसे सोचने वाली बात ये भी है कि जिस अंग का इतना जटिल काम है, वो ज्यादा ऊर्जा तो इस्तेमाल करेगा ही. चलिए आपको दिमाग के द्वारा ली जाने वाली ऊर्जा के बारे कुछ अनोखी बातें बताते हैं.
दिमाग के लिए क्या है ईंधन
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की एक रिपोर्ट के अनुसार ग्लूकोज, शुगर का एक रूप, शरीर की प्रत्येक कोशिका के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है. ब्रेन में सबसे ज्यादा संख्या में नर्व सेल, न्यूरॉन आदि होते हैं इसलिए उसे ऊर्जा का सबसे ज्यादा काम होता है. बड़ी मात्रा में शुगर से मिलने वाली ऊर्जा दिमाग के पास ही जाती है. शुगर दिमाग का प्रमुख ईंधन है.
दिमाग के हिस्से अलग-अलग तरह से इस्तेमाल करते हैं ऊर्जा
अब सवाल ये उठता है कि दिमाग कितनी ऊर्जा का इस्तेमाल करता है. ब्रेन फैक्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार आराम कर रहे शख्स के शरीर की 20 फीसदी ऊर्जा दिमाग इस्तेमाल करता है. अगर ब्रेन में भी हम और अंदर जाकर इस बारे में विस्तार से बात करें तो दिमाग में ग्रे मैटर और व्हाइट मैटर जैसे दो भाग होते हैं. ग्रे मैटर ज्यादा ऊर्जा का इस्तेमाल करता है जबकि व्हाइट मैटर कम. दिमाग को इस ऊर्जा की सबसे ज्यादा जरूरत सोचने, और शरीर के बाकी हिस्सों को संदेश भेजने में इस्तेमाल होती है. हमारे सोने के दौरान भी ब्रेन चलता रहता है, ऐसे में उसे एक्टिव रखने में ये ऊर्जा जाती है.
दिमाग सिर्फ 10 फीसदी ही काम करता है?
आपने कई बार ये सुना होगा कि आम इंसान दिमाग का सिर्फ 10 फीसदी (Why humans use 10 percent of brain) हिस्सा इस्तेमाल करता है और कोई जादूई गोली खाने से वो 90 फीसदी इस्तेमाल करने लगेगा. ये सिर्फ एक अफवाह है. एक तरह ये बात सच है कि दिमाग कम हिस्सा इस्तेमाल करता है, मगर ऐसा इसलिए नहीं होता क्योंकि दिमाग में कोई कमी है. ऐसा इसलिए होता है जिससे दिमाग अपनी ऊर्जा को बचा सके. अगर हमने किसी तरह दिमाग में स्थित तीन गुना न्यूरॉन्स को एक बार में एक्टिव कर दिया तो उसे ऊर्जा और ऑक्सीजन की उतनी ही तेजी से जरूरत पड़ेगी, जितनी पैर की मांसपेशियों को दौड़ते वक्त पड़ती है.