Saving Bank Account: देश में करोड़ों लोग सेविंग बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि बैंक में कुल कितने तरह के सेविंग्स अकाउंट खोले जा सकते हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि आपके लिए कौन सा सेविंग अकाउंट बेस्ट होगा? दरअसल, जरूरत के हिसाब सेविंग अकाउंट्स भी अलग अलग होते हैं. नौकरीपेशाओं के लिए, बुजुर्गों के लिए, बच्चों के लिए अलग तरह का सेविंग अकाउंट होता है. कुल 6 तरह के सेविंग अकाउंट होते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.
1. रेगुलर सेविंग्स अकाउंट
इस तरह के अकाउंट कुछ खास नियम और शर्तों पर खोले जाते हैं. इस तरह के अकाउंट में किसी तय रकम का रेगुलर डिपॉजिट नहीं होता है, इसका इस्तेमाल एक सेफ हाउस की तरह होता है, जहां पर आप अपना पैसा बस रख सकते हैं. इसमें मिनिमम बैलेंस की शर्त भी तय होती है.
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2. सैलरी सेविंग्स अकाउंट
ऐसे अकाउंट कंपनियों की तरफ से बैंकों द्वारा उनके कर्मचारियों के लिए खोला जाता है. इस खाते का इस्तेमाल कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए होता है. इसमें बैंक ब्याज ऑफर करते हैं. इस तरह के अकाउंट के लिए कोई मिनिमम बैलेंस की शर्त नहीं होती है. अगर तीन महीने तक सैलरी नहीं आती है तो ये रेगुलर सेविंग अकाउंट में बदल जाता है.
3. जीरो बैलेंस सेविंग्स अकाउंट
इस तरह के अकाउंट में सेविंग और करेंट अकाउंट दोनों की खूबियां होती हैं. इसमें निकासी की एक सीमा होती है, मतल लिमिट से ज्यादा आप पैसा नहीं निकाल सकते. लेकिन आप पर कोई पेनल्टी भी नहीं लगती है अगर बैलेंस कम होता है.
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4. माइनर्स सेविंग अकाउंट
ये अकाउंट खास बच्चों के लिए होता है, इसमें मिनिमम बैलेंस तय नहीं होती. ये सेविंग अकाउंट बच्चों की पढ़ाई के लिए उनकी बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए होता है. इस तरह के बैंक अकाउंट को कानूनी गार्जियन की देखरेख में ही खोला और ऑपरेट किया जाता है. जब बच्चा 10 साल का हो जाता है तब वो अपना खाता खुद ऑपरेट कर सकता है. जब बच्चा 18 साल का होता है तो ये रेगुलर सेविंग अकाउंट में बदल जाता है.
5. सीनियर सिटिजंस सेविंग्स अकाउंट
ये खाते सेविंग्स अकाउंट की तरह ही काम करता है, लेकिन इसमें रेगुलर के मुकाबले सीनियर सिटिजंस को ज्यादा ब्याज दरें ऑफर करते हैं. इसलिए सीनियर सिटिजंस को ये अकाउंट ही खुलवाना चाहिए क्योंकि इसमें ब्याज ज्यादा मिलता है. ये बैंक अकाउंट सीनियर सिटिजंस की सेविंग स्कीम्स से भी लिंक रहता है, जिससे पेंशन फंड या रिटायरमेंट अकाउंट्स से फंड निकाला जाता है और जरूरतें पूरी की जाती हैं.
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6. महिला सेविंग अकाउंट्स
ये खास तौर पर महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं. इसमें कई अलग तरह के फीचर्स होते हैं. महिलाओं को लोन पर कम ब्याज, डीमैट अकाउंट खोलने पर फ्री चार्ज और कई तरह की खरीदारियों पर डिस्काउंट ऑफर किए जाते हैं.