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पश्चिम बंगाल

राष्ट्रपति चुनाव में Yashwanta Sinha के विपक्ष का साझा उम्मीदवार बनने पर जानें क्या बोलीं पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का उम्मीदवार बनने पर यशवंत सिन्हा को बधाई दी और उम्मीद जतायी कि वह देश के मूल्यों का संरक्षण करेंगे.

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) राष्ट्रपति चुनाव (Rashtrapati Chunav 2022) में विपक्ष के साझा उम्मीदवार होंगे. दिल्ली में मंगलवार को विपक्षी दलों की बैठक में यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) का नाम सर्वसम्मति से चुना गया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का उम्मीदवार बनने पर यशवंत सिन्हा को बधाई दी और उम्मीद जतायी कि वह देश के मूल्यों का संरक्षण करेंगे. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित 13 विपक्षी दलों ने मंगलवार को बैठक के बाद राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम पर सहमति जतायी है.

राष्ट्रपति चुनाव के वास्ते आम सहमति से उम्मीदवार पर फैसला करने के लिए NCP प्रमुख शरद पवार द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल होने के लिये नई दिल्ली में एकत्र हुए गैर-भाजपा दलों के नेताओं ने सिन्हा के नाम पर सहमति जताई. ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी प्रगतिशील विपक्षी दलों का संयुक्त उम्मीदवार बनने पर मैं यशवंत सिन्हा को बधार्द देती हूं. बेहद सम्मानित और कुशाग्र बुद्धि के व्यक्ति, जो निश्चित रूप से हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मूल्यों को बरकरार रखेंगे.’

तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी सिन्हा को शुभकामनाएं दीं, जो विपक्षी दलों की बैठक में अपनी पार्टी की तरफ से शामिल हुए थे. उन्होंने कहा, ‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि हमारे राष्ट्र के वास्ते समान दृष्टिकोण साझा करने वाले प्रगतिशील दलों के लिए इससे बेहतर विकल्प नहीं हो सकता.’

इससे पहले आज ही यशवंत सिन्हा तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पार्टी छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि अब वह वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए काम करेंगे. सिन्हा ने ट्वीट किया, ‘ममता जी ने जो सम्मान मुझे तृणमूल कांग्रेस में दिया, मैं उसके लिए उनका आभारी हूं. अब समय आ गया है जब वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से अलग होना होगा. मुझे यकीन है कि वह (ममता) इसकी अनुमति देंगी.’

मालूम हो कि सेवानिवृत्त IAS अधिकारी यशवंत सिन्हा ने पहले अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली NDA सरकार में केंद्रीय वित्तमंत्री और फिर विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया था. उन्होंने 2021 में तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल होने से पहले 2018 में भाजपा छोड़ दी. उन्हें पिछले साल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था.

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