रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने चालू फाइनेंशियल इयर के लिये इकॉनोमिक ग्रोथ रेट के अनुमान को 7.2 फीसदी पर बरकरार रखा है.
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GDP India: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने चालू फाइनेंशियल इयर के लिये इकॉनोमिक ग्रोथ रेट (Economic Growth Rate) के अनुमान को 7.2 फीसदी पर बरकरार रखा है. मौद्रिक नीति समिति (Reserve Bank of India’s Monetary Policy) की तीन दिन की बैठक में किये गये फैसलों की जानकारी देते हुए RBI गवर्नर शक्तिकांत दास () ने संभावनाता जताई है कि FY23 Q2 में GDP ग्रोथ 6.2%, FY23 Q3 में GDP ग्रोथ 4.1% और FY23 Q4 में GDP ग्रोथ 4% संभव हो सकती है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था हाई इंफ्लेशन से जूझ रही है और इसे कंट्रोल में लाना जरूरी है. दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये नरम नीतिगत रुख को वापस लेने पर ध्यान देने का भी फैसला किया है.
क्या कहा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने…
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था स्वाभाविक रूप से वैश्विक आर्थिक स्थिति से प्रभावित हुई है. हम उच्च मुद्रास्फीति की समस्या से जूझ रहे हैं. हमने वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान 3 अगस्त तक 13.3 अरब अमेरिकी डॉलर के बड़े पोर्टफोलियो का प्रवाह देखा है. उन्होंने कहा कि RBI ने तत्काल प्रभाव से रेपो रेट 50 BPS बढ़ाकर 5.4% कर दिया। 2022-23 के लिए रियल GDP विकास अनुमान 7.2% है. जिसमें Q1- 16.2%, Q2- 6.2%, Q3 -4.1% और Q4- 4% व्यापक रूप से संतुलित जोखिमों के साथ होगा. 2023-24 के पहले तिमाही(Q1) में रियल GDP वृद्धि 6.7% अनुमानित है. उन्होंने कहा कि 2022-23 में मुद्रास्फीति 6.7% रहने का अनुमान है. 2023-24 के पहले तिमाही के लिए CPI मुद्रास्फीति 5% अनुमानित है.
खाने के तेल की कीमतों में और आएगीक कमी – RBI
RBI ने कहा कि सप्लाई बढ़ने से खाने के तेल की कीमतों में आगे भी और कमी देखी जा सकती है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि आगे भविष्य में भी खाद्य तेलों के दामों में गिरावट देखने को मिल सकती है.
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निवेश में तेजी देखने को मिल रही – RBI
आरबीआई ने कहा कि कोर महंगाई दर का ऊंचे स्तर पर रहने का अनुमान है और अप्रैल के मुकाबले महंगाई में कमी आई है. इसके अलावा आरबीआई ने कहा कि शहरी मांग में सुधार देखने को मिल रहा है. वहीं ग्रामीण मांग में भी धीरे धीरे सुधार देखने को मिल रहा है.