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SBI से जुड़े लोग इसका रखें ध्यान, बैंक को इस मामले में लगा झटका

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SBI Share Price: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) की गिनती देश के सबसे बड़े बैंक में की जाती है. लाखों लोगों का इस बैंक में खाता है. हालांकि अब बैंक से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आई है.

SBI Result: सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को झटका लगा है. दरअसल, बैंक के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ में सात फीसदी की कमी दर्ज की गई है. इसके साथ ही यह 6068 करोड़ रुपये रहा है. इसके साथ ही State Bank Of India की इनकम भी घटी है, जिसके कारण बैंक के प्रॉफिट में कमी देखने को मिली है. एसबीआई (SBI Share Price) ने शेयर बाजारों (Share Market) को दी गई जानकारी में कहा कि एक साल पहले की अप्रैल-जून तिमाही में उसे 6,504 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. हालांकि समेकित आधार पर एसबीआई का शुद्ध लाभ मामूली गिरावट के साथ 7,325.11 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वर्ष अप्रैल-जून में यह 7,379.91 करोड़ रुपये था. बैंक की कुल आय अप्रैल-जून, 2021 के 93,266.94 करोड़ रुपये से बढ़कर अप्रैल-जून, 2022 में 94.524.30 करोड़ रुपये हो गई.

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आय घटी
SBI देश का सबसे बड़ा बैंक कहा जाता है. एसबीआई ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में उसकी एकल आधार पर आय घटकर 74,998.57 करोड़ रुपये रह गई जो पिछले वर्ष समान तिमाही में 77,347.17 करोड़ रुपये थी. बैंक का परिचालन लाभ भी 33 फीसदी कम होकर 12,753 करोड़ रुपये रह गया जो पिछले वर्ष समान तिमाही में 18,975 करोड़ रुपये था.

ब्याज की आय बढ़ी
हालांकि ब्याज से हासिल होने वाली आय बढ़ी है. बैंक की ब्याज से प्राप्त आय पिछले वर्ष के 65,564 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़कर 72,676 करोड़ रुपये हो गई. इसके साथ ही शुद्ध ब्याज आय भी बढ़कर 31,196 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वर्ष 27,638 करोड़ रुपये थी. आलोच्य तिमाही में बैक का शुद्ध ब्याज मार्जिन पहले के 3.15 फीसदी से बढ़कर 3.23 फीसदी हो गया.

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NPA हुआ इतना
वहीं बैंक का सकल गैर निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) अनुपात पिछले वर्ष के 5.32 फीसदी से सुधरकर समीक्षाधीन तिमाही में 3.91 फीसदी हो गया. इसी तरह शुद्ध एनपीए भी पिछले वर्ष की जून तिमाही के 1.7 फीसदी से घटकर जून 2022 में 1.02 फीसदी हो गया. इस वजह से फंसे कर्ज के लिए प्रावधान कम किया गया जो 4,268 करोड़ रुपये रहा. पिछले वर्ष यह 5,030 करोड़ रुपये था. 

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