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Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी, राहुल गांधी ने कही ये बात

Congress Presidential Elections 2022: देश भर में पीएफआई पर हो रही छापेमारी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सांप्रदायिकता के सभी रूपों का मुकाबला किया जाना चाहिए, चाहे वे कहीं से भी आए हों. इसके प्रति जीरो टॉलरेंस होनी चाहिए.

Congress President Election Notification: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी गई और इसके साथ ही देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल के सर्वोच्च पद पर आसीन होने वाले व्यक्ति को चुनने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई. इस बीच राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है, यह एक वैचारिक पद और एक विश्वास प्रणाली है. उन्होंने कहा, ‘जो कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनता है उसे याद रखना चाहिए कि वह विचारों के एक समूह, एक विश्वास प्रणाली और भारत की दृष्टि का प्रतिनिधित्व करता है.’  वह भारत जोड़ो यात्रा के 15वें दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे.

इस दौरान देश भर में पीएफआई पर हो रही छापेमारी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सांप्रदायिकता के सभी रूपों का मुकाबला किया जाना चाहिए, चाहे वे कहीं से भी आए हों. इसके प्रति जीरो टॉलरेंस होनी चाहिए.

बता दें नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की अगुवाई में कई एजेंसियों द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यालयों, नेताओं के घरों और अन्य परिसरों में गुरुवार को छापेमारी की जा रही है. देशभर में आतंकी गतिविधियों के समर्थन के आरोप में पीएफआई के परिसरों पर यह छापेमारी की गयी है।

देश में नफरत, हिंसा साफ दिख रही है
राहुल गांधी ने कहा, ‘देश में नफरत, हिंसा और अहंकार आज स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है. इस देश में नम्रता, करुणा और अहिंसा की परंपरा रही है – यह सच्चे भारत का प्रतिनिधित्व करती है.’

आरएसएस-बीजेपी पर साधा निशाना
आरएसएस बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘हम एक ऐसी मशीन से लड़ रहे हैं जिसने भारत के संस्थागत ढांचे पर कब्जा कर लिया है. लोगों पर दबाव बनाने और धमकाने के लिए उनके पास असीमित धन है. इसका परिणाम हमने गोवा में देखा है.’

राहुल गांधी ने कहा, ‘बीजेपी-आरएसएस द्वारा नफरत फैलाने और  कुछ चुने हुए लोगों के पास पूंजी की एकाग्रता, सकल बेरोजगारी दर और बड़े पैमाने पर मुद्रास्फीति के बीच एक स्पष्ट कड़ी है. भारत की जनता यह समझने लगी है.‘

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