T20 World Cup 2022 से पहले टीम इंडिया की परेशानी बढ़ गई है. स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण जसप्रीत बुमराह टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. बुमराह के अलावा भी कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो टी20 विश्व कप से पहले या तो चोटिल हैं या चोट से वापसी कर रहे हैं. इसमें वो खिलाड़ी भी शामिल हैं, जो बुमराह का रिप्लेसमेंट हो सकते हैं. यही भारत की सबसे बड़ी परेशानी है.
नई दिल्ली. टी20 वर्ल्ड कप के शुरू होने में अब गिनती के ही दिन बचे हैं, लेकिन टीम इंडिया की परेशानी कम होने के बजाए बढ़ती ही जा रही है. अब भारत के सबसे अहम गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट के कारण टी20 विश्व कप से बाहर हो गए हैं. 15 साल बाद वर्ल्ड चैम्पियन बनने का सपना देख रही टीम इंडिया के लिए यह बड़ा झटका है. बुमराह भारत के लिहाज से कितने अहम गेंदबाज हैं, यह किसी से छिपा नहीं है. उनकी गैरमौजूदगी का कितना नुकसान हो सकता है, यह हाल ही में खत्म हुए एशिया कप में दिख चुका है. जहां बुमराह के नहीं रहने के कारण टीम इंडिया डेथ ओवर में जूझती नजर आई थी और सुपर-4 राउंड में ही हारकर बाहर हो गई थी.
अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि अगर बुमराह टी20 विश्व कप में नहीं खेलेंगे तो फिर उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर कौन टीम से जुड़ेगा.
भारत ने टी20 विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया है और इसके अलावा 4 खिलाड़ियों को स्टैंडबाय पर रखा है. यानी किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर इन 4 में से किसी को मुख्य स्क्वॉड में शामिल किया जा सकता है. अब जबकि बुमराह टी20 विश्व कप से बाहर हो गए हैं तो स्टैंडबाय के रूप में चुने गए 2 गेंदबाज मोहम्मद शमी और दीपक चाहर में से किसी एक को मुख्य स्क्वॉड में जोड़ा जा सकता है. लेकिन, परेशानी यह है कि दीपक ने हाल ही में अपनी चोट से उबरकर टीम में वापसी की है और उन्हें बहुत ज्यादा मैच खेलने के मौके नहीं मिले हैं.
दूसरी तरफ, मोहम्मद शमी कोरोना से अभी-अभी उबरे हैं और वो मैच फिट हैं या नहीं. यह कहना अभी मुश्किल है. यानी चोटिल बुमराह के स्थान पर जिन्हें मुख्य स्क्वॉड में चुना जा सकता है, वो खुद पूरी तरह फिट नहीं हैं. ऐसे में टी20 विश्व कप टीम इंडिया कैसे जीतेगी ? यह सबसे बड़ा सवाल है.
बुमराह-जडेजा टी20 विश्व कप से हो चुके बाहर
बुमराह पहले खिलाड़ी नहीं हैं, जो टी20 विश्व कप से पहले चोटिल हुए हैं. उनसे पहले, रवींद्र जडेजा घुटने की चोट के कारण इस टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं. दीपक हुडा को भी टी20 विश्व कप की टीम में चुना गया है. लेकिन, उन्हें भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज शुरू होने से पहले ही बैक इंजरी हो गई. इसी वजह से दीपक इस सीरीज से बाहर हो गए हैं और नेशनल क्रिकेट एकेडमी में अपना रिहैब पूरा कर रहे. वो भी ऑस्ट्रेलिया की उड़ान भरेंगे या नहीं? यह अब तक साफ नहीं है. अगर दीपक की चोट भी गंभीर हुई तो वो भी टी20 विश्व कप से बाहर हो सकते हैं.
हर्षल को भी लय हासिल करने में वक्त लगेगा
जसप्रीत बुमराह की तरह ही हर्षल पटेल ने भी चोट के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टी20 सीरीज से कमबैक किया है. पसली की चोट के कारण हर्षल एशिया कप नहीं खेले थे. चोट से वापसी के बाद हर्षल का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 टी20 की सीरीज में वो महज 1 विकेट ले पाए और काफी महंगे साबित हुए. हर्षल ने भले ही टीम इंडिया में वापसी कर ली है. लेकिन, उनकी गेंदबाजी में पहले जैसी धार नजर नहीं आ ऱही है. ऐसा लग रहा है कि वो अब भी पूरी तरह फिट नहीं है और उन्हें लय हासिल करने में वक्त लगेगा.
चाहर भी चोट से वापसी कर रहे
दीपक चाहर भी चोट से वापसी कर रहे हैं. करीब 7 महीने क्रिकेट से दूर रहने के बाद इस साल अगस्त-सितंबर में जिम्बाबे दौरे पर टीम में वापसी की थी. लेकिन, इस दौरे पर भी वो 1 मैच नहीं खेले थे. उन्हें चोट की वजह से ही एशिया कप की टीम में भी शामिल नहीं किया गया था.
इसके बाद दीपक को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज की टीम में जगह तो दी गई. लेकिन, एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जरूर 3 टी20 की सीरीज का पहला मैच वो खेले और दो विकेट भी लिए. लेकिन, जिस तरह से दीपक का इस्तेमाल सोच समझकर किया जा रहा है. इससे यही लग रहा है कि वो भी पूरी तरह चोट से उबरे नहीं हैं और भारतीय टीम मैनेजमेंट उन्हें लेकर कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहता.
रिप्लेसमेंट खिलाड़ी भी चोट से कमबैक कर रहे
मोहम्मद शमी को भी ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया था. लेकिन, उन्हें कोरोना हो गया. इसी वजह से आनन-फानन में उमेश यादव को इन दोनों सीरीज के लिए उनका रिप्लेसमेंट चुना गया. लेकिन, मांसपेशियों में चोट के बाद उमेश यादव भी मैदान पर पहले जैसी रफ्तार और धार नहीं दिखा पा रहे हैं.
ऐसे में खिलाड़ियों की चोट ने टीम इंडिया की टेंशन बढ़ा दी है. मुश्किल इसलिए भी बढ़ी हुई है, क्योंकि चोटिल खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट के तौर पर जिन्हें मौका मिल सकता है या जिनका दावा मजबूत है, उनमें से भी अधिकतर खिलाड़ियों ने हाल ही में चोट से वापसी की है. ऐसे में इन्हें अपना पीक हासिल करने में अभी वक्त लगेगा जबकि टी20 विश्व कप में अब दो हफ्ते का ही वक्त बचा है. ऐसे में टीम इंडिया के लिए आगे की राह आसान नहीं होने वाली है.