All for Joomla All for Webmasters
बिज़नेस

Credit Card पर EMI कराना पड़ सकता है भारी, नियम व शर्तों को पढ़े बिना चुकाने पड़ते हैं ये चार्जेस

Credit Card

EMI Option on Credit Card: क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाली EMI उपयोगी और सुविधाजनक हो सकती है लेकिन इसके लिए प्रोसेसिंग फीस और ब्याज भी चुकाना पड़ता है. इसके अलावा ईएमआई बंद कराने पर फॉरक्लोजर चार्ज और भुगतान में देरी पर भारी-भरकम लेट फीस लगती है.

ये भी पढ़ेंBSNL की नेटवर्क कनेक्टिविटी होगी बेहतर, देश में लगाए जाएंगे 25,000 मोबाइल टावर

नई दिल्ली. क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग और उस पर EMI का चलन आजकल बढ़ता जा रहा है. त्योहारों के दिनों में कार्ड पर खरीदारी करने के लिए कई तरह के ऑफर्स आते हैं. जिनमें ग्राहकों को एकमुश्त रकम न देकर किस्तों यानी EMI में पेमेंट करने की सुविधा मिलती है. जब भी आप किसी प्रोडक्ट की ईएमआई कराते हैं, तो आपको हर महीने किस्तों में बकाया रकम का भुगतान करना होता है. क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक इस भुगतान के लिए 3 से 36 महीने की सुविधाजनक अवधि देते हैं.

क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाली EMI उपयोगी और सुविधाजनक हो सकती है लेकिन यह विकल्प चुनते समय आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए.

ये भी पढ़ेंनियमित बचत के लिए सुरक्षित विकल्प हैं रिकरिंग डिपॉजिट, जानें किस बैंक में कितना मिल रहा है ब्याज़

  • प्रोसेसिंग फीस:क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाली EMI स्कीम पर प्रोसेसिंग चार्ज लगता है. इसलिए हमेशा यह कहा जाता है कि ईएमआई का विकल्प चुनने से पहले कार्ड सेवा प्रोवाइडर द्वारा लगाए जाने वाले प्रोसेसिंग फीस की जांच कर लें.
  • ब्याज की दर:प्रोसेसिंग शुल्क के अलावा क्रेडिट कार्ड की ईएमआई पर ब्याज भी लगता है. हालांकि कई ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जीरो कॉस्ट ईएमआई भी देते हैं जिसमें आपको कोई अतिरिक्त/अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं करना पड़ता है.
  • क्रेडिट बैलेंस:भुगतान से पहले या अपने लेन-देन को ईएमआई में बदलने से पहले हमेशा कार्ड में उपलब्ध क्रेडिट की जांच करें. यदि पर्याप्त क्रेडिट उपलब्ध नहीं है, तो ईएमआई की रिक्वेस्ट को अस्वीकार किया जा सकता है.
  • अमाउंट ब्लॉक:यदि आप अपने किसी ट्रांजेक्शन को ईएमआई में चेंज कराना चाह रहे हैं, तो कार्ड कंपनी द्वारा बकाया राशि को ब्लॉक कर दिया जाएगा. जैसे ही आप ईएमआई का भुगतान करते हैं, ब्लॉक अमाउंट जारी किया जाएगा और यह रकम आपके क्रेडिट बैलेंस में जोड़ दी जाएगी. इस तरह कुल क्रेडिट बैलेंस बढ़ने लगेगा.
  • फॉरक्लोजर चार्ज:अगर आप ईएमआई फॉरक्लोज करना चाहते हैं यानी बंद कराना चाहते हैं तो इस पर चार्ज के साथ जीएसटी लगेगा.
  • भुगतान में देरी:अगर आप क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई की रकम जमा कराना भूल जाते हैं या इसमें देरी करते हैं तो आपसे विलंब शुल्क और अन्य शुल्क लिए जाएंगे. साथ ही अतिरिक्त ब्याज भी वसूला जाएगा. हमेशा याद रखें कि क्रेडिट कार्ड के पेमेंट में लापरवाही से आपका सिबिल स्कोर भी प्रभावित होता है.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top