Amjad Khan Birth Anniversary: अमजद खान की आज बर्थ एनिवर्सरी है. चाइल्ड एक्टर के तौर पर फिल्मों से जुड़ने वाले अमजद ने कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग प्रतिभा दिखाई. फिल्म ‘शोले’ में ‘गब्बर’ के किरदार ने उन्हें नया मुकाम दिया.
मुंबई. अगर आपके सामने ‘अमजद खान’ (Amjad khan) का नाम लिया जाए तो सबसे पहले आपके सामने ‘गब्बर सिंह’ (Gabbar Singh) का चेहरा आ जाता होगा. ये किरदार था ही ऐसा कि अमजद का नाम आते ही ‘शोले’ का यह खतरनाक डाकू सामने आ जाता है. अमजद ने इतनी शिद्दत से इस किरदार को निभाया था कि आज भी ‘गब्बर सिंह’ फेमस है. आज अमजद खान की बर्थ एनिवर्सरी पर आइए, इस किरदार से जुड़ी कुछ बातें जानने की कोशिश करते हैं.
अमजद खान का जन्म 12 नवम्बर 1940 को हुआ था. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई बांद्रा के सेंट एंड्रू हाई स्कूल से की थी. इसके बाद आगे की शिक्षा आर. डी. नेशनल कॉलेज से की. कॉलेज के दौरान उन्होंने थिएटर ग्रुप जॉइन किया और यहीं से एक्टिंग की शुरुआत हुई.
डैनी कर रहे थे दूसरी फिल्म
अमजद खान ने अपने कॅरियर में 132 फिल्मों में काम किया. सबसे ज्यादा उन्हें 1975 में आई फिल्म ‘शोले’ से सफलता मिली. यह फिल्म उनके लिए मील का पत्थर साबित हुई और उनका किरदार ‘गब्बर सिंह’ हमेशा के लिए अमर हो गया. लेकिन यदि डैनी की डेट्स फ्री होतीं तो शायद ऐसा नहीं हो पाता. सबसे पहले यह किरदार डैनी को दिया गया था. डैनी उस समय फिल्म ‘धर्मात्मा’ की शूटिंग कर रहे थे इसलिए उन्होंने इस फिल्म के लिए इनकार कर दिया. इसके बाद अमजद ने ये फिल्म की और पूरी फिल्मी दुनिया पर छा गए.
सलीम खान का था सुझाव
डैनी के इनकार करने के बाद तेजी से फिल्म में ‘गब्बर’ के किरदार के लिए कलाकार की तलाश की जा रही थी. ऐसे में सलीम खान ने रमेश सिप्पी को अमजद का नाम सुुझाया था. सलमान खान के पिता सलीम के इस सुझाव पर विचार किया गया और फिर अमजद को रोल के लिए फाइनल किया गया. किसी ने नहीं सोचा था कि सलीम का यह सजेशन फिल्म के लिए तुरुप का पत्ता साबित होगा.
अमजद खान ने ‘शोले’ के अलावा भी कई फिल्मों में अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाई. इनमें ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘हीरालाल पन्नालाल’, ‘सीता और गीता’, ‘लावारिस’, ‘परवरिश’, ‘मिस्टर नटवरलाल’, ‘दो शिकारी’, ‘काला पानी’, ‘रॉकी’ जैसी कई फिल्में शामिल हैं. 27 जुलाई 1992 में दिल का दौरा पड़ने से 51 साल की उम्र में अमजद ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.