Bargad Leaves Remedies: हिंदू धर्म में कई पेड़-पौधों में देवी-देवताओं का वास होता है. ऐसे में उन्हें प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए उन पेड़-पौधों की पूजा की जाती है. वहीं, ज्योतिष शास्त्र में इन पेड़ों के कुछ उपायों के बारे में बताया गया है, जिसे करने से व्यक्ति की समस्याएं दूर होती हैं.
Hanuman Ji Bargad Leaves Upay: आज के समय में हर व्यक्ति जीवन में किसी न किसी चीज को लेकर परेशान है या फिर समस्याओं से घिरा है. जीवन में भय, तनाव, चिंता और संकट आदि व्यक्ति को किसी न किसी तरीके से घेरे रहते हैं. ऐसे में इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति कोई न कोई रास्ता तलाश करता है. ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपायों के बारे में बताया गया है, जिन्हें आजमाने से व्यक्ति को इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
ज्योतिष शास्त्र में हनुमान जी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए बरगद के पेड़ के कुछ उपायों के बारे में बताया गया है. आज के दिन इन उपाय को करने से व्यक्ति को समस्याओं से निजात मिलती है. और कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. आइए जानते हैं बरगद के पेड़ के कुछ उपायों के बारे में.
बरगद के पेड़ के उपाय
– अगर आप जीवन में किसी समस्या से परेशान हैं, तो उससे छुटकारा पाने के लिए हनुमान से प्रार्थना करें. हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए ये बहुत ही प्राचीन टोटका है. बता दें कि पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान के बाद बरगद के पेड़ से 11 या 21 पत्ते तोड़ लाएं. ये पत्ते कटे-फटे और गंदे नहीं होने चाहिए.
इन पत्तों को साफ पानी से धो लें और चंदन से भगवान श्री राम का नाम लिखें. इसके बाद इन पत्तों की एक माना बना लें. बता दें कि माला बनाते समय रंगीन धागे का इस्तेमाल करें. इसके साथ हनुमान जी को गुड़ चने का भोग लगाएं. आखिर में राम स्त्रोत का पाठ करें. हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए ये उपाय बेहद कारगार है.
करें हनुमान जी की इस मूर्ति का पूजन
देवी-देवताओं की अलग-अलग धातु की पूजा करने का अलग लाभ होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में हनुमान जी की पारद से बनी मूर्ति की स्थापना करें. तंत्र शास्त्र का कहना है कि अगर हनुमान जी की पारद से बनी मूर्ति की पूजा की जाए, तो व्यक्ति के बिगड़े काम भी बनने लगते हैं. पारद से बनी हनुमान जी की प्रतिमा को घर में रखने से घर के सभी वास्तु दोष दूर होते हैं. घर पर किसी तंत्र का असर नहीं होता और वातावरण शुद्ध रहता है. वहीं, ऐसा भी कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति पितृदोष से पीड़ित है, तो उसे नियमित रूप से बजरंगबली की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है.