अगले हफ्ते फ्यूचर एंड ऑप्शन मार्केट (Nifty-Bank Nifty F&O Data) में दिसंबर की मंथली एक्सपायरी है. इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतें और रुपए की चाल बाजार के लिए अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे.
मुंबई. कोरोना के नए वेरिएंट (Corona New Variant) की खबर से पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में गिरावट (Stock Market Crash) का जबरदस्त दौर देखने को मिला. इस भारी बिकवाली के चलते निवेशकों को करीब 19 लाख करोड़ का नुकसान हुआ. अब इन्वेस्टर्स के मन में सवाल है कि क्या निचले स्तरों से बाजार में एक तेजी देखने को मिलेगी. अगले हफ्ते फ्यूचर एंड ऑप्शन मार्केट (Nifty-Bank Nifty F&O Data) में दिसंबर की मंथली एक्सपायरी है. इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतें और रुपए की चाल बाजार के लिए अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे.
ये भी पढ़ें – Coronavirus संकट के बीच स्वास्थ्य मंत्री का बयान, इन यात्रियों के लिए RT-PCR अनिवार्य
शुक्रवार को निफ्टी ने 17800 के अहम स्तर को तोड़ दिया था हालांकि, क्लोजिंग इस लेवल के ऊपर होने में कामयाब रही. हर सेक्टर में बिकवाली हावी रही, जिसके चलते इंडेक्स समेत कई शेयर ओवरसॉल्ड जोन में आ गए हैं, जहां से नई खरीदारी की संभावना बढ़ गई है.
Nifty ने अहम सपोर्ट तोड़ा
मिंट की खबर के अनुसार, मार्केट एक्सपर्ट ने बताया कि टेक्निकली Nifty ने अपने 50-DMA और 100-DMA को आसानी से तोड़ दिया है. हालाँकि, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) ओवरसोल्ड जोन में आ रहा है और अगर निफ्टी 18840 के अपने 100-DMA को फिर से हासिल करने में कामयाब होता है, जो पिछली रैली के 50% रिट्रेसमेंट के साथ मेल खाता है, तो बाजार में शॉर्ट-कवरिंग मूव के चलते तेजी की उम्मीद की जा सकती है.
वहीं, ऊपरी स्तरों पर बाजार 18000-18100 के लेवल पर संघर्ष करता दिख सकता है, और निफ्टी को किसी बड़ी तेजी के लिए 18200 के अपने 50-DMA को पार करना होगा, जबकि नीचे की ओर, 17640, 17565 और 17425 अगले अहम सपोर्ट लेवल होंगे.
Bank Nifty के लिए अहम लेवल
बात करें, बैंक निफ्टी की तो यह भी 50-DMA और 41800 के अहम सपोर्ट लेवल को तोड़कर नीचे चला गया है, जो मंदी को दर्शाता है. दूसरी ओर 41600 अब बैंक निफ्टी के लिए अगला बड़ा सपोर्ट होगा और अगर यह लेवल टूटता है तो यह 40800 तक जा सकता है. वहीं, ऊपर की ओर, 42200 का स्तर, जो 50-DMA भी है, एक बड़ा रेजिस्टेंस होगा. इसके ऊपर, हम 42500/43000 के स्तर की ओर शॉर्ट-कवरिंग की उम्मीद कर सकते हैं यानी अगर बैंक निफ्टी इन लेवल के ऊपर जाता है तो तेजी आने की पूरी संभावना होगी.
अगर डेरिवेटिव डेटा देखा जाए तो निफ्टी का पुट/कॉल रेशियो 0.72 है जो मार्केट के ओवरसोल्ड होने का संकेत दे रहा है. इसका मतलब है कि बाजार में बहुत ज्यादा बिकवाली हो चुकी है. वहीं, 18000 हजार के लेवल पर सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट यानी सौदे बने है. इसका मतलब है कि 18 हजार का लेवल निफ्टी के लिए अहम रेजिस्टेंस होगा.