सीबीआई के अनुसंधानकर्ता मुकुंद कुमार कर्ण ने बताया कि पाकुड़ जिले के चार नन बैंकिंग कंपनियों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि जमाकर्ताओं के करोड़ों रुपये चिटफंड कंपनियों ने गबन किए हैं. इसको लेकर जमाकर्ता और नन बैंकिंग कंपनियों के अभिकर्ताओं का बयान दर्ज किया जा रहा है. इन कंपनियों के द्वारा लगभग 40 लोगों को अपना शिकार बनाया गया है
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पाकुड़. झारखंड के पाकुड़ जिले में चार चिटफंड कंपनियों पर करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगा है. प्रशासन की ओर से इस मामले में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराई की गई थी. इसमें रांची से सीबीआई की टीम जांच करने पाकुड़ पहुंची है. जहां 14 जनवरी तक सीबीआई की टीम कैंप लगाकर चार चिटफंड कंपनियों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने का काम करेगी.
सीबीआई सर्किट हाउस में शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज कर रही है. सीबीआई के अनुसंधानकर्ता मुकुंद कुमार कर्ण ने बताया कि पाकुड़ जिले के चार नन बैंकिंग कंपनियों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि जमाकर्ताओं के करोड़ों रुपये चिटफंड कंपनियों ने गबन किए हैं. इसको लेकर जमाकर्ता और नन बैंकिंग कंपनियों के अभिकर्ताओं का बयान दर्ज किया जा रहा है. इन कंपनियों के द्वारा लगभग 40 लोगों को अपना शिकार बनाया गया है.
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नन बैंकिंग कंपनियां रातों रात हुई फरार
मुकुंद कुमार कर्ण ने यह भी बताया कि पाकुड़ व महेशपुर में वर्ष 2010 से 2013 के बीच ईडेन निर्माण लिमिटेड, स्मार्ट हाईराइज लिमिटेड, जीडीआई मल्टी सर्विसेस लिमिटेड चिटफंड कंपनी का चार्टशीट न्यायालय को सुपुर्द किया जाना है. पाकुड़ जिले में नन बैंकिंग कंपनियों ने अपना कार्यालय खोला था. प्रशासन ने जब इन नन बैंकिंग कंपनियों की जांच शुरू की तो सभी नन बैंकिंग कंपनियां रातों रात कार्यालय बंद कर फरार हो गईं.
प्रशासन की ओर से प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिस पर सीबीआई जांच कर रही है. सीबीआई के अनुसंधानकर्ता ने निवेशकों से अपील करते हुए कहा कि उनके पास जो भी साक्ष्य उपलब्ध हों. उसकी हार्ड कॉपी कैंप में सुपुर्द करें ताकि कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया जा सके.