पिछले महीने के आखिर में आईपीओ लाने वाली कंपनी साह पॉलिमर्स ने इक्विटी मार्केट में उतार-चढ़ाव के बावजूद दमदार शुरुआत की है. लिस्टिंग के दिन ही इस शेयर ने निवेशकों को 30 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे दिया. वहीं आईपीओ के दौरान कंपनी का इश्यू 17.5 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
नई दिल्ली. थोक पैकेजिंग के लिए प्लास्टिक के बोरे बनाने वाली कंपनी साह पॉलीमर्स (Sah Polymers) के शेयरों ने 12 जनवरी को मार्केट में मजबूत शुरुआत की है. बीएसई पर इश्यू प्राइस की तुलना में कंपनी का शेयर 30.7 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ. यानी इस शेयर ने लिस्टिंग के साथ ही निवेशकों को तगड़ा मुनाफ़ा करा दिया है. इसके हर शेयर पर निवेशक को 20 रुपये का शुरुआती फायदा हुआ है.
ये भी पढ़ें– 7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बदलेगा यह नियम, खर्च करने होंगे पहले से ज्यादा पैसे
आपको बता दें कि साह पॉलीमर्स का आईपीओ 30 दिसंबर 2022 से 4 जनवरी 2023 के बीच खुला था. वहीं कंपनी के शेयरों का अलॉटमेंट 9 जनवरी को हुआ. आईपीओ के दौरान कंपनी के शेयरों को निवेशकों का जबरदस्त रेस्पॉन्स देखने को मिला. यह इश्यू ओवरआल करीब 17.5 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
निवेशकों को प्रत्येक शेयर पर हुआ 24 रुपये का मुनाफ़ा
साह पॉलिमर्स के शेयरों का इश्यू प्राइस 65 रुपये था, जबकि बीएसई पर ये शेयर 85 रुपये पर लिस्ट हुआ और इंट्राडे में यह 89 रुपये तक पहुंच गया. इस तरह कंपनी के आईपीओ में पैसे लगाने वाले निवेशकों को प्रत्येक शेयर पर 30 फीसदी यानी 24 रुपये का मुनाफा हुआ है. इक्विटी मार्केट में चल रहे तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी ने चौंकाने वाली शुरुआत की है.
कंपनी पर निवेशकों ने जमकर लुटाया पैसा
साह पॉलिमर्स के आईपीओ को भी निवेशकों की ओर से जबरदस्त रेस्पॉन्स मिला था. यह इश्यू का करीब 17.5 गुना सब्सक्राइब हुआ था. जिसमें रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित कोटे को 39.78 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व कोटे को 2.40 गुना तो वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल बायर्स (NII) के लिए रिजर्व कोटे को 32.69 गुना सब्सक्राइब किया गया.
ये भी पढ़ें– Ration Card: फ्री राशन लेने वालों को झटका, सरकार ने घटाया चावल का कोटा; जानिए अब कितना मिलेगा?
क्या कारोबार करती है कंपनी
साह पॉलिमर्स कंपनी कृषि कीटनाशकों, सीमेंट, रसायन, उर्वरक, खाद्य उत्पादों, सिरेमिक और स्टील सहित कई उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने वाली कंपनियों को पैकेजिंग के लिए थोक में प्लास्टिक से बने पैकिंग बैग अथवा बोरे उपलब्ध कराती है. इस इश्यू से जुटाए पैसों का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने और कर्ज चुकाने के अलावा कंपनी के कारोबार को विस्तार देने में किया जाएगा.