जो लोग घंटों एक ही जगह पर बैठकर काम करते रहते हैं, उनमें डायबिटीज, हार्ट डिजीज, डिमेंशिया, कई तरह के कैंसर होने का रिस्क अधिक होता है. इतना ही नहीं, सिडेंटरी लाइफस्टाइल फॉलो करने वालों में जल्दी मौत होने की संभावना भी बढ़ जाती है.
Side Effects of Sitting All Day: आजकल की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है, जिसमें लोग चलते-फिरते कम हैं और देर तक बैठे रहते हैं. ऑफिस हो या घर, काम करते समय लोग चलना-फिरना तक भूल जाते हैं. दिन भर एक ही जगह, एक ही पोजीशन में बैठकर काम करते रहते हैं. क्या आप जानते हैं कि लगातार बैठे रहने से सेहत को कितने नुकसान हो सकते हैं? इससे आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं होता है. मोटापे की समस्या बढ़ सकती है. हार्ट के लिए बैठे रहने की आदत अनहेल्दी है. बैठे रहने के साइड एफेक्ट्स से बचना है तो आप प्रत्येक आधे घंटे के गैप में सिर्फ 5 मिनट की वॉक करें. जी हां, हाल ही में हुए एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि यदि आप आधे घंटे के अंतराल में पांच मिनट टहल लेते हैं तो इससे काफी फायदा होगा.
ये भी पढ़ें– Covid-19 का टीका तो लगा लिया, अब जान लीजिए आपको लगे टीके के साइड इफेक्ट्स
इंडियनएक्सप्रेस डॉट कॉममें छपी एक खबर के अनुसार, जरनल मेडिसिन एंड साइंस के स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज में प्रकाशित हुई एक स्टडी में 11 स्वस्थ मध्यम आयु वर्ग और वृद्ध वयस्कों को शामिल किया गया. उन्हें आठ घंटे के लिए प्रयोगशाला में बैठने के लिए कहा गया, बिल्कुल उसी तरह जैसे कोई ऑफिस में बैठता है. ऐसा उन्हें पांच दिनों तक करने के लिए कहा गया. इन 5 दिनों में से एक दिन 8 घंटे के कार्य के दौरान प्रतिभागियों ने सिर्फ बाथरूम जाने के लिए बेहद कम समय का ब्रेक लिया. अन्य दिनों में, शोधकर्ताओं ने कई अलग-अलग रणनीतियों को आजमाकर देखा. उन्हें लाइट वॉक करने के लिए कहा गया, ताकि उनके लगातार बैठे रहने की आदत को ब्रेक किया जा सके. इसके लिए एक दिन प्रतिभागियों ने प्रत्येक आधे घंटे में एक मिनट के लिए टहले. दूसरे दिन वे हर एक घंटे के अंतराल में पांच मिनट के लिए टहले.
शोधकर्ताओं के अनुसार, हम ये जानना चाहते थे कि लगातार बैठे रहने के बाद कम से कम चलकर भी प्रतिभागियों की सेहत पर क्या असर पड़ता है. लगातार बैठे रहने से होने वाले हानिकारक स्वास्थ्य प्रभावों को दूर करने में कम से कम पैदल चलना कितना फायदेमंद हो सकता है. शोध का नतीजा चौंकाने वाला था. शोध में पाया गया कि इस तरह से कम चलकर भी लोगों में ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें– क्या आप भी नाखून में सफेद दाग को कैल्शियम की कमी मानते हैं? तो तोड़े भ्रम और जान लें सच्चाई
शोधकर्ताओं ने पाया कि पूरे दिन बैठे रहने की तुलना में हर आधे घंटे में पांच मिनट की हल्की सैर ही एकमात्र ऐसी रणनीति थी, जिसने ब्लड शुगर लेवल को काफी हद तक कम कर दिया था. विशेष रूप से, हर आधे घंटे में पांच मिनट की सैर करने से खाने के बाद रक्त शर्करा के स्तर को लगभग 60% तक कम पाया गया. इतना ही नहीं, लंबे समय तक बैठे रहने के बीच में चलने की ये स्ट्रैटजी ब्लड प्रेशर को भी काफी हद तक सुधारती है. यहां तक कि हर घंटे सिर्फ एक मिनट की हल्की सैर करने से ब्लड प्रेशर भी काफी कम पाया गया. इतना ही नहीं, काम के दौरान बीच-बीच में लाइट वॉक करने का मानसिक सेहत पर भी पॉजिटिव असर प्रतिभागियों पर देखा गया. इससे उनका मूड फ्रेश हुआ. थकान दूर हुआ, पहले से अधिक एनर्जी से भरे वे पाए गए.
देर तक बैठकर काम करने के नुकसान
जो लोग घंटों एक ही जगह पर बैठकर काम करते रहते हैं, उनमें डायबिटीज, हार्ट डिजीज, डिमेंशिया, कई तरह के कैंसर होने का रिस्क अधिक होता है. इतना ही नहीं, सिडेंटरी लाइफस्टाइल फॉलो करने वालों में जल्दी मौत होने की संभावना भी बढ़ जाती है. ऐसे में वयस्क को कम बैठना चाहिए और अधिक चलते-फिरते रहना चाहिए, ताकि लंबी उम्र तक स्वस्थ रह सकें. काम के दौरान रेगुलर ब्रेक लेते रहें. रेगुलर आधे घंटे पर टहलने से ना सिर्फ आप स्वस्थ रहेंगे, बल्कि आप वर्कप्लेस में अधिक प्रोडक्टिव बनेंगे.