All for Joomla All for Webmasters
जरूरी खबर

Cheque Clearance के लिए MICR Code होता है जरुरी, ऑनलाइन ऐसे पता लगाएं कोड

cheque

MICR Code का फुल फॉर्म Magnetic Ink Character Recognition होता है. यह नौ डिजिट का यूनिक कोड होता है.

MICR Code: एमआईसीआर कोड 9 डिजिट का एक ऐसा कोड होता है जिससे बैंक के किसी ब्रांच की पहचान की जा सकती है. यह मैग्नेटिक इंक से प्रिंट कोड होता है. MICR का उपयोग Electronic cheque clearance में किया जाता है.  आपने देखा होगा कि हर चेक लीफ के नीचे मैग्नेटिक इंक कोड बार होते हैं, यही MICR Code होता है और इसे बैंक ही डीकोड कर सकता है.

कहां होती है जरुरत
इस कोड की जरूरत किसी भी तरह के फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट जैसे कि इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो, म्युचुअल फंड और SIP एप्लीकेशन फाइल करते वक्त पड़ती है. बैंकों के किसी भी इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सिस्टम क्रेडिट ट्रांजैक्शन के लिए MICR Code बारकोड की तरह काम करता है. इससे बैंकिंग सिस्टम में पेपर-बेस्ड डॉक्यूमेंट्स चेक करने के लिए किया जाता है.

ये भी पढ़ेंBudget 2023: व्यापारियों के लिए पेंशन योजना से होगी बल्ले-बल्ले, सरकार से कर दी बड़ी मांग

क्या होता है MICR Code?
MICR Code का फुल फॉर्म Magnetic Ink Character Recognition होता है. यह नौ डिजिट का यूनिक कोड होता है. आरबीआई हर बैंक ब्रांच को एक यूनीक MICR कोड देता है. इसका इस्तेमाल चेक क्लीयरिंग प्रोसेस में होता है.

MICR Code को तीन हिस्सों में बांट सकते हैं-

1. MICR Code का पहला तीन डिजिट शहर के पिन कोड से तय होता है.
2. MICR Code के बीच के तीन डिजिट बैंक का कोड होता है.
3. MICR Code के आखिर के तीन डिजिट में ब्रांच कोड होता है.

MICR Code, IFSC Code से कैसे अलग होता है?
IFSC Code का इस्तेमाल भारत के अंदर किसी भी तरह के ऑनलाइन या इलेक्ट्रॉनिक मनी ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वहीं, MICR कोड का इस्तेमाल ग्लोबली फंड ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है. IFSC Code में बैंक कोड और ब्रांच कोड होता है, वहीं, MICR Code में पिन कोड, बैंक कोड और ब्रांच कोड होता है.

ये भी पढ़ेंAdani के शेयरों में गिरावट के बाद LIC की सफाई, 26 हजार करोड़ रुपये के फायदे में है इंश्योरेंस कंपनी

MICR कोड की शुरुआत कब हुई
भारत में यह कोड 1980 में उपयोग में लाया गया था. शुरुआत में इसका उपयोग Check clearance में किया जाता है.  फिर धीरे-धीरे इसे इसे unique कोड में बदलकर अन्य उपयोग में लाया जाने लगा.

MICR कोड कैसे बनता है
किसी भी चेक को Clear करने के लिए चेक को एक scanning machine में डाला जाता है तो यहां पर एक बार कोड के रूप में MICR कोड काम करता है. यह कुल 9 digits का नंबर होता है. इसके digits को कोई भी पढ़ सकता है.

ऑनलाइन ऐसे पता लगाएं MICR कोड
किसी भी Search engine पर जाकर micr code search लिखकर बैंक या ब्रांच का नाम लिखें.
इसके बाद बैंक सेलेक्ट कर, राज्य और जिले का नाम चुनें.
इसके बाद आपको MICR कोड प्राप्त हो जाएगा.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top