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जुर्म

डिग्री ऊंची लेकिन कारनामे फर्जी! मुंबई साइबर सेल ने किया बड़ा पर्दाफाश, ऐसे होती थी अमीरों से करोड़ों की ठगी

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Mumbai Crime News: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की साइबर सेल ने हाई प्रोफाइल लोगों से करोड़ों की ठगने करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह मुंबई के मशहूर क्लब की सदस्यता दिलाने के नाम पर ठगी करता था. गिरफ्तार सभी आरोपियों ने एमसीए, एमबीए जैसी उच्च डिग्री ले रखी है.

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मुंबई. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की साइबर सेल ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह मुंबई के मशहूर क्लब की सदस्यता दिलाने के नाम पर हाई प्रोफाइल लोगों से करोड़ों की ठगी को अंजाम देता था. इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को देश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया है. मामले में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि सभी आरोपियों ने एमसीए, एमबीए जैसी उच्च डिग्री ले रखी है, लेकिन कारनामे फर्जी कर रहे थे.

दरअसल, मुंबई के एक बिल्डर ने साइबर सेल में यह शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने उसके साथ सिटी बैंक डायनर्स क्लब का कार्ड लेने और ताड़देव इलाके में मौजूद वेलिंग्टन क्लब की सदस्यता फ्री में देने के नाम पर करोड़ों रुपये ठग लिए हैं. पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो उन्हें पूरे देश में फैले एक बड़े ठगी के रैकेट का सुराग मिला. इसी सुराग के आधार पर साइबर सेल ने तमिलनाडु, हरियाणा, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए करीब डेढ़ महीने तक ऑपेरशन चलाया.

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इस दौरान पुलिस ने कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में जॉन राज (होटल मैनेजमेंट), राजकुमार चंद्रशेखर (एमसीए), पार्थ सारथी (एमबीए), अय्यप्पन मुरुगसेन (मैकेनिकल इंजीनियर) है. इतनी ऊंची डिग्री लेने के बाद भी यह कारोबारी लोगों से करोड़ों ठगने का कर रहे थे. मुंबई साइबर सेल के डीसीपी बालसिंग राजपूत के मुताबिक यह आरोपी विशेष तौर पर हाई प्रोफाइल लोगों को अपना निशाना बनाते थे. यह उन लोगों को कॉल करते थे और कहते थे कि सिटी बैंक डायनर्स क्लब का कार्ड लेने पर उन्हें एक बड़े क्लब की सदस्यता मुफ्त में मिलेगी.

उन्होंने बताया कि ग्राहक जब उनके झांसे में आ जाता था तो आरोपी उन्हें निजी जानकारियां भरने के लिए एक लिंक भेजते थे. निजी जानकारियां लेने के बाद एक और लिंक ग्राहक को भेजकर उसे स्कैन करने को कहते थे और जैसे ही ग्राहक लिंक स्कैन करता था, उसके खाते से लाखों रुपये उड़ जाते थे. पुलिस के मुताबिक इन आरोपियों के ऊपर सिर्फ मुंबई में अब तक 16 मामले दर्ज हैं.

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गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से पुलिस ने 1600 सिम कार्ड बरामद किए हैे, जिसके जरिए यह लोगों से संपर्क करते थे. ठगी का शिकार होने के बाद जब कोई पुलिस के पास शिकायत करने जाता था तो आरोपी उसे इमोशनल मैसेज करके रोकने की कोशिश करते थे. इस मामले में मुंबई पुलिस गिरोह के मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी है, जिसके गुजरात में होने के सुराग मिले हैं. इतना ही नहीं, पुलिस देश के अन्य राज्यों की पुलिस के संपर्क में है, ताकि और सबूत इकठ्ठा किए जा सकें.

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