राज्य निर्माण के बाद 2001 में प्रदेश की कुल जनसंख्या में दो करोड़ से अधिक थी। बात करें वर्ष 2011 की तो यह आंकड़ा ढ़ाई करोड़ से भी ज्यादा पहुंच गया। इसके दस वर्षों बाद यानी 2021 में 2.94 करोड़ से अधिक अनुमानित जनसंख्या आंकी गई।
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रायपुर, जेएनएन। साल 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ की स्थापना हुई थी। उस वक्त प्रदेश की जनसंख्या 2 करोड़ से थोड़ी ज्यादा थी, लेकिन 22 वर्ष का लंब समय गुजरने के बाद यहां की आबादी 3 करोड़ हो गई है।
’22 वर्ष लागिस 36गढ़िया मन ला तीन करोड़िया होये बर’
मैं छत्तीसगढ़ हूं। मध्य प्रदेश से अलग होने के बाद मेरा अस्तित्व देश दुनिया में जाना-पहचाना गया। बीते 22 वर्षों में कभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच से, तो कभी साहित्य के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने वाले, तो कभी मुझमें रहने वालों ने मेरा नाम दुनिया की सबसे ऊंची चोटी तक पहुंचाया। छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया को चरितार्थ किया। वर्ष 2000 के बाद यहां रहने वालों की जनसंख्या दो करोड़ से थोड़ी ज्यादा थी। 22 वर्ष लागिस 36गढ़िया मन ला तीन करोड़िया होये बर।
राज्य निर्माण के बाद 2001 में प्रदेश की कुल जनसंख्या में दो करोड़ से अधिक थी। बात करें वर्ष 2011 की तो यह आंकड़ा ढ़ाई करोड़ से भी ज्यादा पहुंच गया। इसके दस वर्षों बाद यानी 2021 में 2.94 करोड़ से अधिक अनुमानित जनसंख्या आंकी गई। यह वही दौर था जब कोरोना ने लोगों को घरों पर रहने को मजबूर कर दिया था।
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2022 में अनुमानित जनसंख्या 2.98 करोड़ से अधिक पहुंच गई। जनसंख्या जनगणना 2001, 2011 और सरल औसत वृद्धि दर विधि और राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी अनुमानित जनसंख्या रिपोर्ट में छत्तीसगढ़िया वर्ष 2023 में तीन करोड़ से अधिक हो गए हैं।
छत्तीसगढ़ की जनसंख्या
- 1,76,14 928 कुल जनसंख्या थी वर्ष 1991 में
- 2,08,33,803 कुल जनसंख्या थी वर्ष 2001 में
- 32,18,875 जनसंख्या में बढ़ोतरी हुई 1991 से 2001 में
- 18.27 प्रतिशत आबादी में वृद्धि हुई बीते दस वर्षों में
- 2,55,45,198 कुल जनसंख्या थी वर्ष 2011 में
- 2,94,93,000 कुल अनुमानित जनसंख्या थी वर्ष 2021 में
- 39,47,802 जनसंख्या में बढ़ोतरी हुई वर्ष 1911 से 2021 में
15.45 प्रतिशत आबादी में वृद्धि हुई बीते दस वर्षों में
- 2,98,36,000 कुल अनुमानित जनसंख्या थी वर्ष 2022 में
- 1,49,79,729 पुरुषों की अनुमानित जनसंख्या थी 2022 में
- 1,48,56,271 महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या थी 2022 में
- 3,01,80,000 कुल अनुमानित जनसंख्या वर्ष 2023 में
- 1,51,51,786 पुरुषों की अनुमानित जनसंख्या 2023 में
- 1,50,28,214 महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या 2023 में
इस तरह बढ़ी प्रदेशवासियों की जनसंख्या
- 41, 81,554 लोग थे प्रदेश में वर्ष 1901 में
- 51, 91,583 आबादी थी वर्ष 1911 में
- 52,64 ,976 आंकड़ा पहुंच गया साल 1921 में
- 60,28,778 जनसंख्या हो गई वर्ष 1931 में
- 68,14, 886 हो गए वर्ष 1941 में
- 74,56,706 लोग हो गए वर्ष 1951 में
- 91,54,498 लोग हो गए साल 1961 में
- 1,16,37,494 पहुंच गई राज्य की जनसंख्या 1971 में
- 1,40,10 ,337 आंकड़ा पहुंचा आबादी का 1981 में
प्रदेश की साक्षरता दर की स्थिति
- 64.66 प्रतिशत कुल साक्षरता दर थी राज्य की वर्ष 2001 में
- 70.28 प्रतिशत कुल साक्षरता दर थी राज्य की वर्ष 2011 में
- 73.95 प्रतिशत कुल अनुमानित साक्षरता दर थी राज्य की वर्ष 2021 में
- 74.24 प्रतिशत कुल अनुमानित साक्षरता दर थी राज्य की वर्ष 2022 में
- 74.53 प्रतिशत कुल अनुमानित साक्षरता दर राज्य की वर्ष 2023 में
- 86.21 प्रतिशत अनुमानित साक्षरता दर दुर्ग जिले की वर्ष 2023 में सर्वाधिक
- 85.34 प्रतिशत अनुमानित साक्षरता दर के साथ रायपुर जिला दूसरे स्थान पर वर्ष 2023 में
- 44.35 प्रतिशत अनुमानित साक्षरता दर सबसे कम सुकमा जिले में वर्ष 2023 में