Hanuman ji: हनुमान जी को यूं ही संकट मोचक नहीं कहा जाता है. वह अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं. हनुमान जी बेहद जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. ऐसे में जरूरी है कि रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए.
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Hanuman Chalisa Ke Upay: बजरंग बली ऐसे देवता हैं, जो हमेशा प्रसन्न रहते हैं. उनको भगवान शिव का अवतार माना जाता है. हनुमान जी को अमरत्व का वरदान है और ऐसी मान्यता है कि वह कलयुग में लोगों को कल्याण करने के लिए ही मौजूद हैं. ऐसे में उनको प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ करने से पितृ दोष, मंगल दोष, राहु-केतु दोष दूर होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं हनुमान चालिसा का पाठ करने से किन परेशानियों से मुक्ति पाई जा सकती है.
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हनुमान चालीसा में कई ऐसी चौपाईयां हैं, जो मंत्रों के समान कार्य करती हैं. संकट के समय इन चौपाईयों को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ प्रयोग पढ़ा जाए तो सभी कष्ट पलक झपकते ही दूर हो जाते हैं.
“जुग सहस्त्र जोजन पर भानु. लील्यो ताहि मधुर फल जानू” यह दोहा मंत्र के समान कार्य करती हैं. इस दोहे में सूरज और पृथ्वी के बीच की दूरी बताई गई है. आश्चर्य की बात यह है कि उस समय विज्ञान ने इतनी तरक्की नहीं की थी.
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इस दोहे के अनुसार, सूरज और पृथ्वी के बीच की दूरी पता चलता है. इस दोहे का अर्थ यह है कि हनुमान जी ने एक युग सहस्त्र योजन की दूरी पर स्थित भानु (सूर्य) को मीठा फल (आम) समझकर खा लिया था. एक युग का मतलब 12000 वर्ष होता है. जबकि, एक सहस्त्र का मतलब 1000 और एक योजन यानी 8 मील होता है. यानी कि युग x सहस्त्र x योजन = 12000x1000x8 मील. इस प्रकार यह दूरी 96000000 मील होती है. यानी कि सूर्य से पृथ्वी की दूरी करीब 9 करोड़ 60 लाख मील बनती है.