Repo Rate: मई 2022 से लेकर अब तक छह बार में रेपो रेट में ढाई प्रतिशत का इजाफा किया गया है. इसके साथ ही बैंकों की तरफ से होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन की ब्याज दर में भी बढ़ोतरी की गई.
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Reserve Bank of India: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से मई 2022 से लेकर अब तक छह बार में रेपो रेट में ढाई प्रतिशत का इजाफा किया गया है. इसके साथ ही बैंकों की तरफ से होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन की ब्याज दर में भी बढ़ोतरी की गई. लेकिन इस बढ़ोतरी का बाजार पर किसी तरह का असर दिखाई नहीं दिया. यह हम नहीं आंकड़े बोल रहे हैं. दरअसल, होम लोन मार्च के अंत में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़कर 19.36 लाख करोड़ रुपये रहा.
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प्रतिकूल असर पड़ता नहीं दिखा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, आरबीआई (RBI) द्वारा पिछले साल मई से लगातार ब्याज दर बढ़ाने के बावजूद इस पर कोई प्रतिकूल असर पड़ता नहीं दिखा है. आंकड़ों के अनुसार, मार्च, 2022 में होम लोन 12.9 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ 16.84 लाख करोड़ रुपये रहा जबकि मार्च, 2021 में आवास पर कर्ज (प्राथमिकता श्रेणी के आवास) 14.92 लाख करोड़ रहा था.
रेपो रेट में 2.5 प्रतिशत वृद्धि हुई
आरबीआई मई, 2022 के बाद से रेपो रेट में 2.5 प्रतिशत वृद्धि कर चुका है, इससे होम लोन खरीदने समेत सभी तरह के लोन पर ब्याज दर बढ़ गई है. बैंक लोन को लेकर आंकड़े जारी करते हुए केंद्रीय बैंक ने कहा कि पर्सनल लोन में मार्च, 2023 में सालाना आधार पर 20.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, जबकि पिछले वर्ष समान समय में यह 12.6 प्रतिशत रही थी. आंकड़ों के अनुसार, मार्च, 2023 में उद्योगों को कर्ज में सालाना आधार पर 5.7 प्रतिशत वृद्धि हुई जबकि मार्च, 2022 में यह 7.5 प्रतिशत रही थी.